आगरा: खंड शिक्षा अधिकारी ने शनिवार को जिले के सैंया विकास खंड के सरकारी विद्यालयों का निरीक्षण किया. इस दौरान शिक्षकों की मनमानी और लापरवाही सामने आई. निरीक्षण में आठ विद्यालयों के शिक्षक और शिक्षकाएं गैरहाजिर मिले जबकि रजिस्टर पर उनके हस्ताक्षर पाए गए.
आरोप है कि यह दस्तखत उनके साथी शिक्षकों ने बनाए थे. जांच के बाद कई शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया तो कई के वेतन रोकने की कार्रवाई की गई है. खंड शिक्षा अधिकारी कमलेश बाबू ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय मोतियापुरा में शिक्षिका सिमरन ने दूसरी शिक्षिका ललिता डिंपल के हस्ताक्षर बनाए थे.
इस पर दोनों को निलंबित कर दिया गया. प्राथमिक विद्यालय इरादत में द्वितीय की शिक्षिका नेहा बिना सूचना के लगातार अनुपस्थित मिलीं. इसी तरह प्राथमिक विद्यालय सराय जाजऊ प्रथम के शिक्षक विनय कुमार और शिक्षिका दीपमाला के अनुपस्थित मिलने पर दोनों को निलंबित कर दिया गया.
साथ ही उच्च प्राथमिक विद्यालय वीरई का विद्यालय बंद मिलने पर शिक्षिका कल्पना शर्मा, शशि बाला और उषा गुप्ता को निलंबित किर दिया गया. इसी कड़ी में प्राथमिक विद्यालय गढ़ी अहीर में शिक्षिका भारती देवी, उच्च प्राथमिक विद्यालय जाजौ कंपोजिट की शिक्षिका नेहा व प्राथमिक विद्यालय टूडूपुरा की शिक्षिकाओं के अनुपस्थित मिलने पर उनके वेतन रोकने की कार्रवाई की गई.
साथ ही प्राथमिक विद्यालय नगला केसरी व प्राथमिक विद्यालय डहर पूरी तरह बंद मिलने पर सभी शिक्षकों का मासिक वेतन रोक दिया गया.