आगरा:दीपावली से लगातार ताजनगरी की हवा रेड डार्क जोन में है. शहर की जहरीली और दमघोंटू हवा में लोगों का सांस लेना दूभर हो रहा है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने रविवार शाम चार बजे देश के 141 शहरों की एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) जारी किया है. जिसके मुताबिक, देश में 15 शहर ऐसे हैं, जहां की (एक्यूआई) 400 के पार रही. यानी इन शहरों की हवा बेहद जहरीली और मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक रही.
वहीं देश में रविवार को सबसे प्रदूषित शहर जींद रहा. यहां की एक्यूआई 463 रहीं. वहीं, 455 एक्यूआई के साथ गाजियाबाद दूसरे और 446 एक्यूआई से नोएडा तीसरा देश का प्रदूषित शहर रहा. आगरा की एक्यूआई रविवार को 412 रही. जिससे देश का आगरा 13वां प्रदूषित शहर रहा.
रविवार को दिनभर ताजनगरी पर स्मॉग की चादर तनी रही. इससे शहर की हवा खतरनाक, जहरीली और दमघोंटू हो गई. जिससे लोगों का घर से निकालना दूभर हो गया. देश के 141 शहरों में ब्रज क्षेत्र के फिरोजाबाद, वृन्दावन और आगरा शामिल हैं. जहां फिरोजाबाद की एक्यूआई 443 तो वृन्दावन की एक्यूआई 435 रही. यूपी के प्रदूषित शहरों में गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़, फिरोजाबाद, बागपत, वृन्दावन, बुलंदशहर, मेरठ और आगरा शामिल हैं. जहां पर 400 से ज्यादा एक्यूआई रही. एक्यूआई के मामले में यूपी में आगरा नौंवा सबसे प्रदूषित शहर रहा.
चार दिन में 35 मरीज हुए भर्ती
एसएनएमसी के वक्ष एवं क्षय रोग विभागाध्यक्ष डाॅ. संतोष कुमार ने बताया कि, एक्यूआई बढ़ने से श्वांस और उसके अस्थमा के मरीजों की मुश्किलें बढ़ी हैं. एक्यूआई 400 पार होते ही आंखों में जलन और श्वांस लेने में परेशानी होती है. सबसे ज्यादा परेशानी दमा और अस्थमा के मरीजों को हो रही है. अस्थमा और सीओपीडी के मरीजों की सांस फूल रही है. तमाम ऐसे मरीज आ रहे हैं. जिनकी श्वांस नली में सूजन, सीने में जकड़न, श्वांस लेने में दिक्कत, बार बार छींकें आना और आंखों में जलन की शिकायत होती हैं. बीते चार दिन में 35 मरीजों को भर्ती कराया गया है. 15 ऐसे मरीज आए हैं. जिन्हें ऑक्सीजन देनी पड़ रही है.