वाराणसी: बीते 24 अप्रैल को निर्दल प्रत्याशी के रूप में नामांकन दाखिल कर चुके सेना से बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव ने सपा के सिंबल पर नामांकन किया. इस दौरान सपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी भी मौजूद रहे. बता दें कि सपा ने वाराणसी से शालिनी यादव को टिकट दे दिया था. शालिनी सोमवार को जब नामांकन करने पहुंचीं तभी सपा ने तेजबहादुर यादव को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया.
नामांकन के अंतिम दिन सपा का बड़ा फैसला, मोदी के खिलाफ तेज बहादुर यादव को बनाया प्रत्याशी
सपा ने पीएम मोदी के खिलाफ वाराणसी से तेज बहादुर यादव को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. इससे पहले समाजवादी पार्टी ने शालिनी यादव को यहां से टिकट देने का फैसला किया था. वहीं आज नामांकन के अंंतिम दिन सपा ने शालिनी यादव का नाम वापस लेते हुए पूर्व बीएसएफ के जवान तेजबहादुर यादव को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया.
फिलहाल बनारस में इस नई राजनीतिक सरगर्मी के सामने आने के बाद एक बार फिर से सियासी गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. शालिनी यादव को बनारस से टिकट दिए जाने के बाद यह माना जा रहा था कि गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में शालिनी, कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय और प्रधानमंत्री मोदी को टक्कर दे सकती हैं. वहीं तेज बहादुर यादव का कहना है कि मैं कई दिनों से अखिलेश यादव के संपर्क में था. आज सुबह अचानक से मुझे टिकट देने का फैसला ले कर मुझे नामांकन के लिए कहा गया. उन्होंने बताया कि मैं नामांकन दाखिल कर फॉर्म भरकर पार्टी का सिंबल जमा कर के बाहर निकल चुका हूं. पार्टी जो कहेगी मैं वह करूंगा.
वहीं तेज बहादुर यादव को टिकट मिलने के बाद शालिनी को डमी प्रत्याशी के रूप में बताए जाने के सवाल पर सपा के प्रदेश प्रवक्ता मनोज राय धूपचंडी ने कहा कि राजनीतिक गलियारों में यह सब चीजें होना आम है. क्या रणनीति है, क्या नहीं है यह आपको कल पता चल जाएगा. जिसे पर्चा वापस लेना होगा वह ले लेगा और जो चुनावी मैदान में रहेगा वह प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ेगा. बता दें कि सोमवार को नॉमिनेशन का आखिरी दिन था.