मुरादाबाद: जिले में मंडी समिति प्रशासन के आदेश के बाद व्यापारी हड़ताल पर है. मंडी समिति परिसर से अवैध दुकानें और टीन-शेड हटाने के आदेश के बाद आक्रोशित व्यापारियों ने सोमवार को मंडी में तालाबंदी कर धरना दिया. व्यापारी पिछले कई सालों से मंडी टैक्स देने का हवाला देकर प्रशासन से आदेश वापस लेने की मांग कर रहे हैं. व्यापारियों की हड़ताल से शहर में आज फलों और सब्जियों की सप्लाई बाधित हो गई.
मंडी समिति प्रशासन के आदेश के बाद धरने पर बैठे व्यापारी. जिले के मझोला थाना क्षेत्र स्थित मंडी समिति परिसर में आज पूरे दिन सन्नाटा पसरा रहा. मुरादाबाद शहर और देहात क्षेत्रों के लिए सब्जियां और फलों की सप्लाई करने वाले मंडी परिसर में व्यापारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. मंडी प्रशासन ने कुछ दिन पहले व्यापारियों को नोटिस जारी कर अवैध दुकानें और खुले में लगने वाले फड़ हटाने के आदेश दिए थे. प्रशासन के नोटिस के बाद व्यापारी हड़ताल पर चले गए.
5 हजार लोगों की आमदनी खतरे में
व्यापारियों के मुताबिक वे पिछले कई सालों से मंडी टैक्स जमा कर रहे हैं. स्थानीय अधिकारियों ने ही उन्हें परिसर में कारोबार के लिए स्थान आवंटित किया था, लेकिन अब उन्हें अवैध करार दिया जा रहा है. प्रशासन के इस फैसले के बाद व्यापारी पांच हजार लोगों की आमदनी खतरे में पड़ने की आशंका जता कर विरोध कर रहे हैं.
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व्यापारियों की हड़ताल के बाद आज पूरे दिन मंडी परिसर में तालाबंदी रही. व्यापारियों ने मंडी परिसर के मुख्य गेट को भी बंद कर दिया. हड़ताल के चलते स्थानीय फुटकर व्यापारी मंडी से फल और सब्जियां नहीं खरीद पाए. स्थानीय लोगों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. व्यापारी प्रशासन से नोटिस वापस लेने और पुरानी व्यवस्था को लागू करने की मांग कर रहें है. व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने नोटिस वापस नहीं लिया तो व्यापारी अनिश्चितकाल तक मंडी बंद रखेंगे और कारोबार नहीं होने देंगे.