लखनऊ:यूपी में ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर हुई हिंसा को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है. 10 जुलाई से लेकर अब तक, ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर हुई हिंसा के मामले में प्रदेश के अलग-अलग जिलों में हिंसा करने वाले लगभग 900 से अधिक लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं इस मामले में 161 लोगों को नामजद किया गया है. इसके साथ ही लगभग 40 लोगों की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है. अब भी हिंसा फैलाने वाले कई लोग फरार चल रहे हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम दबिश दे रही हैं. पुलिस का दावा है कि इटावा एसपी के साथ हाथापाई कर थप्पड़ मारने वाले शख्स की पहचान बीजेपी नेता विमल भारद्वाज के रूप में हुई है. पुलिस टीम भाजपा नेता विमल भारद्वाज की भी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है.
पुलिस मुख्यालय के मुताबिक, वर्ष 2021 में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान, यूपी के अलग-अलग जिलों में हिंसा की तस्वीरें सामने आई थीं. इस मामले में प्रदेश के लखीमपुर खीरी, इटावा, हाथरस समेत प्रदेश के कई जिलों में हुई हिंसा में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे. इसके साथ ही कई आम लोगों के भी घायल होने की सूचना मिली थी. ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर प्रदेश के डीजीपी मुकुल गोयल के आदेशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है.
ब्लॉक प्रमुख चुनाव में हिंसा, 900 से अधिक लोगों पर FIR
उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख चुनाव में हुई हिंसा को लेकर सरकार सख्त है. हिंसा के मामलों में 161 लोग नामजद किए गए हैं, जबकि 900 से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. अब तक पुलिस 40 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है.
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पुलिस मुख्यालय के अनुसार, ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर सीओ समेत छह पुलिस कर्मियों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है. इसके साथ ही सपा प्रत्याशी से बदसलूकी करने के मामले में भाजपा सांसद रेखा वर्मा पर आरोपियों को शह देने का आरोप भी लगा है. इन आरोपों के आधार पर उनके प्रतिनिधि सुमित तिवारी को गिरफ्तार किया गया. वहीं एसपी सिटी प्रशांत को थप्पड़ मारने वाले की भी पहचान कर ली गई है. जिसकी पहचान भाजपा नेता विमल भारद्वाज के रूप में हुई है. उसकी गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही है और उसको जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.