लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने सीएए और एनआरसी के विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों की गिरफ्तारी मामले पर योगी सरकार पर निशाना साधा है. बसपा सुप्रीमो ने एक के बाद एक तीन ट्वीट किए हैं, जिसमें वह मामले में राज्य स्तरीय प्रकरण की न्यायिक जांच करने की बात कही हैं.
बसपा सुप्रीमो ने कहा है कि यूपी में सीएए और एनआरसी के विरोध में किये गये प्रदर्शनों में बिना जांच-पड़ताल के ही विशेषकर बिजनौर, सम्भल, मुजफ्फरनगर, मेरठ, फिरोजाबाद और अन्य जिलों में निर्दोषों को जेल भेज दिया है, जिसे मीडिया ने भी उजागर किया है, यह अति शर्मनाक और निंदनीय है.
सरकार को मांगना चाहिए माफी
यूपी सरकार इनको तुरंत छोड़े और इसके लिए सरकार को अपनी गलती की माफी भी मांगनी चाहिये. उन्होंने लिखा है कि बहुजन समाज पार्टी की मांग है कि इसमें जिन निर्दोषों की मृत्यु हो गई है, राज्य सरकार को उन परिवारों की न्यायोचित आर्थिक मदद भी जरूर करनी चाहिये.
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मायावती ने आगे लिखा है कि इस पूरे राज्य-स्तरीय प्रकरण की न्यायिक जांच होना बहुत जरूरी है. इसकी मांग के लिए माननीय गर्वनर को एक लिखित ज्ञापन भी बीएसपी प्रतिनिधिमण्डल कल यानी 6 जनवरी को प्रातः 11 बजे राजभवन में सौंपेगा.