आगरा: धनौली ग्राम पंचायत आगरा की सबसे बड़ी ग्राम पंचायत है. जलभराव और खस्ताहाल सड़कों से परेशान धनौली के बच्चे, युवा, पुरुष और महिलाएं अनिश्चित कालीन धरना दे रहे हैं. आगरा की धनौली ग्राम पंचायत के ग्रामीण अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन, संघर्ष और भू-समाधि तक ले चुके हैं.
हर बार उन्हें जन-प्रतिनिधि और अधिकारियों से आश्वासन ही मिलता है. 58 दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे युवा, महिला और पुरुषों से ईटीवी भारत की टीम ने विशेष बातचीत की. उन्होंने ऐलान किया कि अधिकारी ने जो आश्वासन दिया है. उसका दो दिन पूरा होने का इंतजार करेंगे. यदि काम शुरू नहीं हुआ तो जो भी अधिकारी यहां आएगा, उसे बंधक बनाएंगे. तभी अधिकारी को छोड़ेंगे जब उनकी समस्या का समाधान हो जाएगा.
आगरा ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के गांव धनौली में 12 अक्टूबर 2021 से लगातार स्थानीय लोग अनिश्चितकालीन धरना दे रहे हैं. इस धरना स्थल पर बच्चे, युवा, महिला, पुरुष, बुजुर्ग जुटते हैं. स्थानीय लोगों की मांग है कि धनौली की जलभराव की समस्या को दूर किया जाए. पक्के नालों का निर्माण हो. गलियां बनें.
इसके साथ ही खस्ताहाल सड़क भी बनाई जाए. जब तक ऐसा नहीं होगा. हमारा धरना प्रदर्शन चलता रहेगा. सोमवार को बुजुर्ग प्रेम सिंह ने भू-समाधि ली थी. अधिकारियों ने समझा-बुझाकर के बाहर प्रेम सिंह को बाहर निकाला था. आश्वासन दिया था कि उनकी समस्या का समाधान जल्द किया जाएगा.
धरना प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे समाजसेवी सावित्री चाहर का कहना है कि 1 नवंबर 2021 को जब मैंने समाधि ली थी. तब पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर आए थे. आश्वासन दिया था कि जल्द से जल्द जलभराव की समस्या दूर करने के लिए काम शुरू किया जाएगा. लेकिन अभी तक हालात जस के तस हैं. जन-प्रतिनिधि इस बारे में कुछ भी नहीं कर रहे हैं. भू-समाधि लेने वाले प्रेम सिंह ने बताया कि अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे हैं. इसलिए सोमवार को मैंने भी भू-समाधि लेने का फैसला किया था.