आजमगढ़: जिलाधिकारी राजेश कुमार सराहनीय पहल करते हुए दूसरे राज्यों से आए सभी प्रवासी श्रमिकों के हुनर को परख रहे हैं. प्रवासी श्रमिकों के हुनर के हिसाब से जनपद में ही रोजगार उपलब्ध कराया जा सकेगा ताकि इन्हें रोजी-रोटी के संकट से न जूझना पड़े.
आजमगढ़ में प्रवासी श्रमिकों के हुनर को परख रहे डीएम, ऐसे देंगे रोजगार
लॉगडाउन के बीच गैर राज्यों से घर वापसी कर आजमगढ़ आए प्रवासी श्रमिकों की स्किल्ड मैपिंग कराई जा रही है, ताकि इन हुनरमंद युवाओं को जनपद में ही रोजगार उपलब्ध कराया जा सके.
मनरेगा कार्यों में लगाए जा रहे प्रवासी श्रमिक
जिलाधिकारी ने बताया कि अभी तक जनपद में 1,52,286 प्रवासी श्रमिक विभिन्न माध्यमों से आ चुके हैं. इनमें से 20,158 प्रवासी श्रमिकों की होम क्वारंटाइन अवधि पूरी होने पर उनके जॉब कार्ड बनाकर मनरेगा कार्यों में लगा दिया गया है. साथ ही 850 स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को भी जोड़ा गया है. इनमें से 6,610 महिलाओं के अस्थाई राशन कार्ड भी बनाए जा चुके हैं.
जिलाधिकारी ने बताया कि अब तक 51,829 लोगों की स्किल्ड मैपिंग कराई जा चुकी है और यह प्रक्रिया लगातार जारी है, जिससे दूसरे राज्यों से आने वाले इन हुनरमंद युवाओं को जनपद में ही रोजगार उपलब्ध कराया जा सके. रोजगार मिलने पर प्रवासी मजदूरों को किसी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा.