उदयपुर में वसुंधरा का जोरदार स्वागत उदयपुर.प्रदेश में भले ही विधानसभा चुनाव होने में अभी वक्त है, लेकिन नेताओं के प्रवास और दौरों का सिलसिला शुरू हो गया है. इसी कड़ी में मेवाड़-वागड़ में अपनी सियासी जमीन को मजबूत करने के साथ ही वर्तमान नब्ज को टटोलने के लिए राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे रविवार को उदयपुर पहुंचीं. यहां डबोक एयरपोर्ट पर राजे का पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने जोरदार स्वागत किया. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर राजे के समर्थन में नारे लगाए.
दो दिन मेवाड़-वागड़ में ठहरेंगी वसुंधरा :दरअसल, भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जैसे ही उदयपुर के डबोक एयरपोर्ट पहुंची, वहां उनके स्वागत के लिए भारी संख्या में पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ ही पदाधिकारी मौजूद रहे. वहीं, इस दौरान राजे के समर्थन में तरह-तरह के नारे भी लगे. कुछ कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए कहा- 'कहो दिल से, वसुंधरा फिर से'. इस दौरान राजे ने वहां मौजूद सभी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की तो मौके पर उदयपुर के सांसद अर्जुन लाल मीणा, राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी, मावली विधायक धर्म नारायण जोशी और श्री चंद कृपलानी भी मौजूद रहे.
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सड़क मार्ग से डूंगरपुर के लिए हुईं रवाना :उदयपुर के डबोक एयरपोर्ट से वसुंधरा डूंगरपुर के लिए रवाना हो गईं. इस दौरान वो डूंगरपुर के बेणेश्वर धाम जाएंगी. डूंगरपुर में वो कई कार्यक्रमों में शामिल होंगी. इसके बाद वो आज यही रात्रि विश्राम करेंगी. इसके बाद 6 फरवरी को राजे सागवाड़ा से उदयपुर आएंगी, जहां वे अपने निर्धारित कार्यक्रमों में शामिल होने के बाद रात्रि विश्राम उदयपुर में करेंगी. 7 फरवरी को राजे उदयपुर से जयपुर के लिए रवाना होंगी. हालांकि, इन सबके बीच दिलचस्पी बात यह है कि इस यात्रा के जरिए राजे आदिवासी अंचल के तीन जिलों को एक साथ नब्ज टटोल रही हैं. इस बीच वो इन जिलों के बड़े नेताओं से भी मुलाकात करेंगी.
नाराज कार्यकर्ताओं ने जताया विरोधःपूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे बेणेश्वर जाते समय सलूंबर इलाके में रुकी.जहां भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया. इस दौरान एक निर्धारित कार्यक्रम में वसुंधरा राजे के नहीं आने पर कार्यकर्ताओं ने काफी इंतजार के बाद विरोध किया.कार्यक्रम में लगे कुछ पोस्टर को भी कार्यकर्ताओं ने बीच सड़क पर जला दिए. जानकारी के मुताबिक बेणेश्वर जाते समय पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को एक कार्यक्रम में शामिल होना था. इसके लिए कार्यकर्ता काफी लंबे समय से उनका इंतजार कर रहे थे. लेकिन वसुंधरा राजे कार्यक्रम में पहुंचने के बजाए बेणेश्वर निकल गई.इसे लेकर वहां मौजूद लोग नाराज हो गए. लोगों ने पोस्टर जला दिए.
सीएम के सवाल पर दिया यह जवाबःजब मीडिया कर्मियों ने वसुंधरा राजे से पूछा गया कि हर कार्यकर्ता आपको मुख्यमंत्री के रुप में देखना चाहता है. इस सवाल पर वसुंधरा राजे ने जवाब देते हुए कहा कि यह हमारा काम नहीं है. इसके लिए हमारा शीर्ष नेतृत्व है. इस दौरान बेणेश्वर जाने को लेकर वसुंधरा राजे ने कहा कि वे लगातार धार्मिक स्थलों पर जाती रहती हैं.
डूंगरपुर में बेणेश्वर मेले में पहुंचीं वसुंधरा, मावभक्तों से मांगा आशीर्वाद
डूंगरपुर में प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने डूंगरपुर जिले के दौरे के दौरान आदिवासियों के महाकुंभ बेणेश्वर मेले में शामिल हुई. वसंधरा ने मंदिरों में पूजा-अर्चना कर वसुंधरा ने प्रदेश में खुशहाली की कामना की. वसुंधरा राजे ने धाम पर मावभक्तों से आशीर्वाद मांगा. रविवार को दो दिवसीय दौरे पर डूंगरपुर पहुंचीं वसुंधरा के साथ भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी और पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी भी वसुंधरा राजे के साथ डूंगरपुर पहुंचे जहां कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया.
बेणेश्वर धाम पर पहुंचकर पूर्व मुख्यमंत्री राजे राधा कृष्ण मंदिर से करीब एक किलोमीटर पहले कार से उतर गईं और मेले में पैदल चलने लगी. वसुंधरा राजे ने मेलार्थियों से बातचीत करते हुए हाल-चाल भी लिया. राधा कृष्ण मंदिर में बेणेश्वर धाम के ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने राजे का स्वागत किया. पूर्व सीएम राजे ने बेणेश्वर धाम के पीठाधीश्वर महंत अच्युतानंद महाराज से आशीर्वाद लिया. इसके बाद वसुंधरा ने राधा कृष्ण मंदिर में पूजा करते हुए प्रदेश में खुशहाली के लिए प्रार्थना की. इसके बाद पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने मावभक्तों से मुलाकात की. पूर्व सीएम वसुन्धरा राजे ने मावजी महाराज के चौपड़ों का जिक्र करते हुए मावभक्तों को उनकी वाणी घर-घर पहुंचाने का आव्हान किया. इस दौरान उन्होंने विकास को लेकर भी बोलते हुए कहा कि पिछले सालों में बेणेश्वर धाम का विकास हुआ, लेकिन अभी ओर भी विकास की आवश्यकता है. महाराज और माव भक्तों का आशीर्वाद मिला तो बेणेश्वर धाम का बचा काम भी पूरा होगा.