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टोंक: निवाई में छात्राओं ने हॉस्टल में खराब व्यवस्थाओं को लेकर दिया धरना

निवाई की राजकीय एकलव्य अनुसूचित जनजाति बालिका आवासीय विद्यालय की छात्राओं ने छात्रावास में विभिन्न खराब व्यवस्थाओं को लेकर मुख्य द्धार पर धरने पर बैठ गई. धरने की सूचना मिलते ही थानाधिकारी अजय कुमार तत्काल मौके पहुंचे और छात्रावास का जायजा लिया और 7 दिन के अंदर सभी व्यवस्थाएं ठीक करने की बात कही.

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Published : Apr 16, 2021, 8:41 PM IST

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निवाई में छात्राओं ने हॉस्टल में खराब व्यवस्थाओं को लेकर दिया धरना

निवाई (टोंक). राजकीय एकलव्य अनुसूचित जनजाति बालिका आवासीय विद्यालय की छात्राओं ने छात्रावास में विभिन्न खराब व्यवस्थाओं को लेकर मुख्य द्धार पर धरने पर बैठ गई. धरने की सूचना मिलते ही थानाधिकारी अजय कुमार तत्काल मौके पहुंचे और छात्राओं को समझाने का प्रयास किया. जिस पर छात्राओं ने थानाधिकारी को छात्रावास का निरीक्षण करने के लिए कहा. थानाधिकारी ने निरीक्षण कर छात्रावास में व्याप्त समस्याओं को लेकर उपखंड अधिकारी त्रिलोकचंद मीणा को सारी जानकारी दी.

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जिसके बाद उपखंड अधिकारी त्रिलोकचंद मीणा व नायब नेहा चौधरी मौके पर पहुंची. छात्राओं ने विद्यालय व छात्रावास में विभिन्न समस्याओं के बारे अवगत कराया. छात्राओं द्वारा बताई गई समस्याओं का एसडीओ मीणा ने छात्रावास अवलोकन किया. छात्रावास में गंदगी से भरे शौचालय व स्नानघर देखकर उपखंड अधिकारी आक्रोशित हो गए और विद्यालय की प्रधानाचार्य अंजू मीणा को जमकर फटकार लगाई. विद्यालय की छात्राओं ने बताया कि स्नानघर में नाले चॉक होने से हमें खुले नहाना पड़ रहा है.

टोंक में छात्राओं का प्रदर्शन

छात्राओं ने यह भी बताया कि पीने के पानी के लगे दो हैड पंप में से एक करीब 6 माह से खराब पड़ा है और दूसरे हैडपंप भी पूरी तरह सही नहीं है. जिस पर एसडीओ मीणा ने हैडपंप पर पानी पीकर देखा और खराब पड़े हैडपंप तुंरत ठीक करवाने के निर्देश दिए. छात्रावास परिसर में जगह-जगह गंदगी को देखकर उपखंड अधिकारी बिफर गए और प्रधानाचार्य को फटकार लगाते हुए निलंबित करने के बोल दिया. छात्रावास में छात्राओं के रूम में दरवाजा नहीं होने पर भी एसडीओ ने प्रधानाचार्य से बालिकाओं की सुरक्षा पर जवाब मांगा लेकिन प्रधानाचार्य निःशब्द होकर सुनती रही है.

उपखंड अधिकारी ने तत्काल रूम दरवाजा लगवाने के निर्देश दिए. मौके पर मौजूद सफाईकर्मी ने एसडीओ को बताया कि तीन माह से वेतन नहीं मिला जो दिलवाया जाए. छात्राओं ने महिला गार्ड पर आरोप लगाते हुए अधिकारियों को बताया कि महिला गार्ड आंगनबाड़ी केंद्र पर कार्य करती और उसकी जगह बेटी आकर गार्ड का काम कर रही है. छात्राओं ने यह भी बताया कि महिला गार्ड की बेटी का छात्रावास में नाम अंकित है लेकिन वह छात्रावास में नहीं रूककर प्रतिदिन घर चली जाती है और फिर भी उसे छात्रावास में मिलने वाली सभी सुविधाएं दी जा रही हैं.

इस पर उपखंड अधिकारी ने तत्काल महिला गार्ड को हटाने तथा उसकी बेटी को छात्रावास में ही रहने के निर्देश दिये. उपखंड अधिकारी ने छात्रावास की दूसरी व्यवस्थाओं का भी इसके बाद एसडीओ त्रिलोकचंद ने छात्रावास की भोजनालय शाला का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने छात्राओं को मिलने वाले नाश्ते व भोजन के गुणवत्ता की चखकर जांच की. इसके बाद विद्यालय की प्रधानाचार्य और छात्रावास की वार्डन से छात्रावास की दुर्दशा पर गहन पूछताछ की.

एसडीओ के पूछे गए सवालों का संतोषप्रद जबाब नहीं देने पर उन्होंने जमकर डाट फटकार लगाई और सात दिन में सभी व्यवस्थाओं ठीक करने के निर्देश दिए. उन्होंने यह भी हिदायत दी कि भविष्य किसी भी प्रकार अनियमितता पाये जाने पर संबंधित विभाग व सरकार को लिखकर निलंबित करने की कार्रवाई की जायेगी. उपखंड अधिकारी ने धरने पर बैठी छात्राओं को सात दिन में सभी व्यवस्थाएं ठीक का आश्वासन देकर धरना समाप्त करवाया.

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