श्रीगंगानगर. लगातार ग्रामीण क्षेत्र में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामलों को लेकर गांव की सरकार के जनप्रतिनिधि व अधिकारी सतर्क हो गए हैं. लगातार ग्राम स्तर पर अब सर्वे का काम भी शुरू हो चुका है. ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं.
ग्रामीण क्षेत्रों में भी बढ़ रहा कोरोना रायसिंहनगर पंचायत समिति के विकास अधिकारी विक्रम सिंह राठौड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि लगातार ग्राम स्तर पर पीईईओ नेतृत्व में कमेटी का गठन किया गया है. जो ग्राम स्तर पर लगातार उन लोगों की मॉनिटरिंग कर रही है, जिनमें संभावित लक्षण नजर आ रहे हैं. साथ ही उन लोगों को मेडिकल किटों का भी वितरण किया जा रहा है तथा उन लोगों को अपने घर में रहने की भी हिदायत दी जा रही है. साथ ही ऐसे लोगों से कोरोना प्रोटोकॉल के तहत जो भी गाइडलाइन सरकार द्वारा जारी की गई है. उसकी पालना करवाई जा रही है. साथ संक्रमित मरीज सामने आने के बाद प्रभावित क्षेत्र में ग्राम पंचायत द्वारा सोडियम हाइपोक्लोराइट दवा का छिड़काव भी किया जा रहा है.
धार्मिक स्थलों के माध्यम से लगातार लाउडस्पीकर से कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है. उनके लक्षणों के बारे में भी बताया जा रहा है. साथ ही बचाव ही उपचार जानकारी दी जा रही है.
गंभीर रोगों से ग्रसित लोगों की भी जुटाई जा रही है जानकारी
पंचायत समिति स्तर पर किए जा रहे सर्वे में पूर्व में ऐसे ग्रामीण जो गंभीर रोगों से ग्रसित हैं, उनकी भी जानकारी जुटाई जा रही है. जिसमें गर्भवती महिलाएं, 60 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति जिन्हें कोई लक्षण नजर आ रहे हैं, उनकी भी ग्राम पंचायत व पंचायत समिति स्तर पर मॉनिटरिंग शुरू हो चुकी है .पंचायत समिति विकास अधिकारी ने बताया कि लगातार जो भी दिशा निर्देश प्राप्त हो रहे हैं, उनके अनुसार कर्मचारियों व अधिकारियों को निर्देशित किया जा रहा है.
सर्वे में करीब 2000 से अधिक लोग हुए हैं चिन्हित
राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण स्तर पर मॉनिटरिंग के आदेश दिए गए थे. जिसके बाद डोर-टू-डोर ग्रामीण क्षेत्र में सर्वे शुरू हो चुका है. पंचायत समिति विकास अधिकारी विक्रम सिंह राठौड़ ने जानकारी देते हुए बताया कि पंचायत समिति क्षेत्र की ग्राम पंचायत के 47 ग्राम पंचायतों में सर्वे किया गया है. सर्वे में 2102 लोग संभावित लक्षणों से ग्रसित पाए गए हैं, जिनमें से अधिकतर लोगों को मेडिकल किट वितरित की जा चुकी हैं.
पढ़ें-COVID-19 : जानें किस जिले में कितने खाली बचे हैं ऑक्सीजन बेड, ICU और वेंटिलेटर्स
वहीं लगातार उन लोगों पर निगरानी भी रखी जा रही है. लगातार फोन पर इन लोगों से संपर्क किया जा रहा है तथा उनके स्वास्थ्य की जानकारी भी जुटाई जा रही है और इन्हें यह भी निर्देशित किया जा रहा है कि अगर स्वास्थ्य में कोई बदलाव नजर आता है, तो वह डॉक्टरी परामर्श जरूर लें. साथ ही सरकारी स्तर पर कोविड-19 सैंपल देने के लिए भी कहा जा रहा है. पंचायत समिति स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है. इस कंट्रोल रूम के माध्यम से लगातार ग्रामीण क्षेत्र से सूचनाओं को एकत्रित किया जा रहा है तथा जिला स्तर पर इन सूचनाओं को भेजा भी जा रहा है. ग्रामीण स्तर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी ग्रामीणों को किसी भी प्रकार के लक्षण होने पर डॉक्टर परामर्श की भी सलाह दी गई है.