सवाई माधोपुर. प्रदेश में लगभग सभी सरकारी जिला अस्पतालों में एक नवाचार शुरू हुआ है. ऐसे में जिले के सभी सरकारी अस्पतालो में प्रसव के लिए आने वाली प्रसूताओं को प्रसव के दौरान दर्द से ध्यान भटकाने और राहत देने के लिए लेबर रूम में म्यूजिकल धुन बजाई जाती है. ताकि प्रसूता को दर्द का अहसास कम हो और उसका प्रसव ठीक तरह से हो सके.
प्रसव पीड़ा कम करने के लिए बजाई जाती है म्युजिक सरकारी अस्पतालों में प्रसव के दौरान लेबर रूम में रिकॉर्डेड संगीत बजाने को लेकर सामान्य चिकित्सालय के पीएमओ रंगलाल मीणा का कहना है कि राजस्थान सरकार द्वारा एक आदेश जारी किया गया है, जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग के आईएसई डिपार्टमेंट द्वारा सामान्य चिकित्सालय के लेबर रूम में बजाने के लिए एक पेनड्राईव भेजा गया है.
उन्होंने कहा कि जब भी लेबर रूम में कोई डिलीवरी होती है तो सरकारी आदेशों के तहत म्यूजिकल धुन बजाई जाती है. ताकि प्रसूता को कुछ राहत मिल सके. उनका कहना है की लेबर रूम में बजाई जाने वाली धुन एक साधारण धुन है. जो सिर्फ प्रसूता का ध्यान भटकाने के लिए बजाई जाती है. वहीं प्रसूताओं का कहना है कि लेबर रूम म्यूजिकल धुन तो बजाई मगर कौन सी धुन बजाई जाती है. इस बात का एहसास नहीं होता है.
वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तेजराम मीणा ने कहा कि सरकार द्वारा ऐसा कोई आदेश लिखित में जारी नहीं किया गया. सिर्फ मौखिक आदेश पर ही लेबर रूम में म्यूजिकल धुन बजाने का नवाचार किया गया है. ताकि प्रसूता को प्रसव के दौरान दर्द से राहत मिल सके. साथ ही लेबर रूम में बजाई जाने वाली धुन को लेकर उनका कहना है कि यह धुन कुछ-कुछ गायत्री मंत्र जैसी है. पर गायत्री मंत्र नहीं है. यह सिर्फ एक साधारण धुन है. यह धुन किसी धार्मिक मंत्र की धुन नहीं है.