प्रतापगढ़. जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के लिए हो रहे चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच है. कहीं-कहीं निर्दलीय और बीटीपी के उम्मीदवार भी मैदान में है, जो मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने का प्रयास कर रहे हैं. इन चुनावों में कांग्रेस विधायक रामलाल मीणा की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. जिला परिषद के वार्ड नंबर 3 से उनकी पत्नी इंदिरा देवी मीणा उम्मीदवार है, जो जिला प्रमुख की दावेदार मानी जा रही है.
भाजपा की ओर से पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा के बेटे हेमंत मीणा वार्ड नंबर 15 से जिला परिषद उम्मीदवार हैं, वह भी जिला प्रमुख दौड़ में शामिल हैं. दूसरी ओर तीसरे चरण के चुनाव के लिए दोनों दलों की ओर से चुनाव प्रचार में पूरी ताकत झोंक दी है. तीसरे चरण के चुनाव के तहत अब पीपलखूंट और सुहागपुरा पंचायत समितियों के 30 सदस्यों और जिला परिषद के 3 सदस्यों के लिए 1 दिसंबर को मतदान होगा.
यहां शाम चुनाव प्रचार थम गया है. उम्मीदवार फिलहाल जनसंपर्क पर ज्यादा जोर दे रहे हैं. इसी तरह छोटी सादड़ी और धमोतर पंचायत समितियों के 29 सदस्यों और जिला परिषद के 3 सदस्यों के लिए मतदान 5 दिसंबर को होगा. छोटी सादड़ी में पंचायत समिति के एक सदस्य का पहले ही निर्विरोध निर्वाचन हो चुका है.
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पूर्व में जिला परिषद पर भाजपा का कब्जा रहा है, इसको छीनने के लिए कांग्रेस पूरा जोर लगा रही है. इस बार जिले में नवगठित सुहागपुरा, दलोट, धमोतर पंचायत समितियों के साथ पंचायत समितियों की संख्या 8 हो गई है. इन पर कब्जे के लिए भी दोनों दलों की ओर से मतदाताओं को लुभाने का कार्य किया जा रहा है. फिलहाल उम्मीदवार मतदाताओं से विकास की बात कहकर वोट मांग रहे हैं, लेकिन पर्दे के पीछे दोनों दलों के उम्मीदवारों की ओर से वोट हथियाने के सारे हथकंडे अपनाए जा रहे हैं.