पाली. सांसद पीपी चौधरी एक दिवसीय यात्रा पर शुक्रवार को पाली में मौजूद रहे. सांसद पीपी चौधरी कोष निधि और एलिम्को कंपनी के संयुक्त तत्वाधान में दिव्यांगों को सहायक उपकरण बांटे. जिसमें 28 दिव्यांगों को ट्राई साईकिल वितरित की गई. इस कार्यक्रम में दिव्यांगों के हौसले को देख सांसद पीपी चौधरी भी भावुक हो गए. करीब 2 घंटे तक उन्होंने सभी दिव्यांगों से अलग-अलग बात भी की और उनकी बातों को सुनने के बाद उन्होंने कहा कि अब पाली में कभी भी किसी भी दिव्यांग को किसी भी प्रकार की कमी नहीं आएगी और ना ही कोई दिव्यांग बिना सहायक उपकरण के रहेगा.
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सांसद ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा धर्म है, दीन-हीन की सेवा करना. प्रत्येक सक्षम इंसान, महान तभी बनता है जब असक्षमों इंसानों की मदद करें और इससे बड़ा परोपकार भी नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सबसे पहले विकलांग शब्द जो कि हीन भावना जागता था, मन में कमतरी का अहसास पैदा करवाता था, उसे ‘दिव्यांग’ में परिवर्तित करते हुए एक मजबूत भावना, जोष और अंदर छिपी ताकत, प्रतिभा को सबके सम्मुख प्रदर्षित करने का एक मूल मंत्र दिया. दिव्यांग शब्द के प्रयोग से व्यक्ति से अपनत्व का बोध होता है.