पाली.जिले में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर काफी घातक होती जा रही है. पाली में अचानक से रोगियों की संख्या सैकड़ों में तब्दील होती जा रही है. ऐसे में चिकित्सा विभाग में हड़कंप समझ चुकी है. रविवार को एक बार फिर से पाली में सुबह की रिपोर्ट में 70 नए संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है. प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में आ रहे संक्रमित मरीजों के चलते बांगड़ अस्पताल में मरीजों के लिए बेड कम पड़ गए
पाली के बांगड़ अस्पताल में बेड कम ऐसे में रविवार सुबह बांगड़ अस्पताल प्रबंधन को आनन-फानन में अपने सामान्य वालों को खाली करवाना पड़ा रहा है. इधर, संक्रमित मरीजों की संख्या को बढ़ता देख जिला कलेक्टर अंशदीप, अतिरिक्त जिला कलेक्टर चंद्रभान सिंह भाटी व पाली विधायक ज्ञानचंद पारख ने बांगड़ अस्पताल में अपना डेरा डाल दिया है. यह आने वाले संक्रमित मरीज और उनके परिजनों से संक्रमण जिले में ना फैले इसकी एहतियात बरतने के लिए सख्त कदम भी उठाए जा रहे हैं.
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बता दें कि पाली में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के संक्रमित मरीज 1 महीने से आ रहे हैं. लेकिन पिछले 6 दिनों से इस संक्रमण ने विकराल रूप ले लिया है. प्रतिदिन 50 से ज्यादा संक्रमित मरीज की पहचान हो रही है. इधर, कई गंभीर संक्रमित मरीज भी अस्पताल में भर्ती किए जा रहे हैं. इसके चलते बांगड़ अस्पताल में कोरोना संक्रमण के लिए रिजर्व किए गए सभी वार्ड के बेड फुल हो गए हैं. अब जो संक्रमित मरीज आ रहे हैं. उनकी स्थिति को गंभीर देखते हुए अस्पताल प्रबंधन को आनन-फानन में अपने दूसरे वार्डो को खाली करवाकर वहां के मरीजों दूसरी जगह शिफ्ट करना पड़ रहा है.
रविवार को अचानक से मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद में जिला कलेक्टर अंशदीप सहित सभी अधिकारियों ने बांगड़ अस्पताल पहुंचे. इसके साथ ही बांगड़ अस्पताल प्रबंधन की ओर से अस्पताल के चारों ओर वार्ड को खाली करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. डॉक्टरों की माने तो कोरोना संक्रमण की यह दूसरी लहर पाली में काफी घातक होती जा रही है. इस संक्रमण से ग्रसित मरीजों में लक्षण भी काफी गंभीर नजर आ रहे हैं. साथी यह संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है. चिकित्सा विभाग के सामने सबसे बड़ी चुनौती इन संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों के सैंपल लेना हो चुकी है. इधर, चिकित्सा विभाग के पास स्टाफ कम होने के चलते नए स्टाफ को तुरंत तैनात करने की भी तैयारी की जा रही है.