नागौर. जिले में पांच दिन के अंतराल के बाद मंगलवार को एक बार फिर टिड्डी दल के हमले ने किसानों के साथ ही कृषि विभाग के अधिकारियों की चिंता भी बढ़ा दी है. मूंडवा पंचायत समिति के कई गांवों में टिड्डियों के बड़े दल ने हमला कर दिया है. टिड्डी दल के हमले की जानकारी मिलने पर किसानों और ग्रामीणों ने खेतों की ओर रुख किया और तालियां, थालियां व बर्तन बजाकर टिड्डियों को भगाने का प्रयास किया.
मूंडवा उपखंड में फिर टिड्डी अटैक इसके साथ ही कृषि विभाग के अधिकारियों को भी सूचना दी गई. सूचना मिलने पर कृषि विभाग और टिड्डी नियंत्रण मंडल की टीम मौके पर पहुंची और दवा का छिड़काव कर टिड्डियों को नष्ट किया गया. पहले की तुलना में अब बारिश शुरू होने के बाद टिड्डियों का हमला ज्यादा नुकसान करने वाला साबित हो सकता है.
पढ़ें-चूरू का 2 महीनों में टिड्डियों ने किया हाल बेहाल, दर्जनों बार की फसल चौपट
जानकारों का कहना है कि बीते दिनों में जहां-जहां टिड्डियों ने हमला किया. उनमें से कुछ ही जगहों पर फसलें बोई हुई थी, लेकिन अब बारिश होने के बाद जिलेभर में किसानों ने खरीफ की बुवाई शुरू कर दी है. कई जगहों पर तो बीज से छोटे-छोटे पौधे भी निकल आए हैं. ऐसे में अब जो टिड्डी दल के हमले हो रहे हैं. उनमें बोई गई फसलों को नुकसान का खतरा है. इसलिए अब टिड्डी दल के हमले किसानों को ज्यादा परेशान कर रहे हैं.
पढ़ें-भोपालगढ़ में टिड्डी दल का हमला, किसानों की फसलें चौपट
जानकारों का यह भी कहना है कि बारिश में टिड्डियों का प्रजनन काल होता है और एक टिड्डी एक बार में 100 से ज्यादा अंडे देती है. ऐसे में यदि किसी टिड्डिदल ने जिले में कहीं भी अंडे दे दिए तो हालात काबू से बाहर होने का भी खतरा मंडरा रहा है. इसलिए पिछले कुछ दिनों में नागौर जिले में टिड्डियों के हमले की घटनाओं में कमी आने पर कृषि विभाग के अधिकारियों और किसानों ने राहत महसूस की थी, लेकिन अब एक बार फिर किसानों के साथ ही कृषि विभाग की भी चिंता बढ़ गई है.