नागौर. भाजपा और RLP के गठबंधन के बाद हनुमान बेनीवाल को नागौर से NDA का प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारकर नागौर लोकसभा सीट को प्रदेश की सबसे हॉट सीटों में से एक बना दिया है. लेकिन इस चुनाव में हनुमान बेनीवाल के चुनाव चिन्ह ने उनके सामने मुश्किलें बढ़ा दी हैं.
भाजपा से गठबंधन कर एनडीए का हिस्सा बनी लोकतांत्रिक पार्टी के एकमात्र प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल का पहले चुनाव चिन्ह बोतल था. इसी चुनाव चिन्ह के सहारे हनुमान बेनीवाल ने विधानसभा चुनाव में तीन सीटों पर जीत अर्जित की थी और मतदाताओं के बीच वे बोतल का प्रचार करने में भी सफल रहे थे. लेकिन राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का सिंबल बोतल इस लोकसभा चुनाव में हनुमान बेनीवाल की इस बार पहचान नहीं होगा.
VIDEO: हनुमान बेनीवाल के सामने चुनाव चिन्ह बना मुसीबत दरअसल मुख्य चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय लोकतंत्रिक पार्टी को चुनाव चिन्ह टायर अलॉटमेंट कर दिया है. चुनाव आयोग से मिले पत्र के अनुसार नागौर लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं को ईवीएम पर ना तो इस बार भाजपा का चुनाव चिन्ह कमल का फूल दिखेगा और ना ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का चुनाव चिन्ह बोतल दिखाई देगा. NDA के सपोर्ट करने वाले मतदाताओं को किसी तीसरे चुनाव चिन्ह 'टायर' पर वोट करना होगा. गठबंधन प्रत्याशी होने के चलते हनुमान बेनीवाल को सिंबल के तौर पर चुनाव आयोग ने टायर का अलॉटमेंट किया है.
राज्य जिला निर्वाचन अधिकारी दिनेश कुमार यादव को निर्वाचन आयोग की ओर से मिले पत्र के अनुसार चुनाव चिन्ह बोतल तेलंगाना की एक राष्ट्रीय पार्टी को पूर्व में ही अलॉट हो चुका है. चुनाव चिन्ह हासिल करने के लिए निर्वाचन आयोग को दो माह पहले आवेदन करना होता है. लेकिन राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने आवेदन करने में थोड़ी देरी कर दी ऐसे में बोतल का सिंबल नहीं मिल सका. जिला निर्वाचन अधिकारी के अनुसार हनुमान बेनीवाल का चुनाव चिन्ह अब टायर होगा.
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी का चुनाव चिन्ह बोतल था. उसी के आधार पर चुनाव लड़ते हुए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने विधानसभा चुनाव में 3 सीटें जीती थी. जानकार सूत्रों का कहना है कि हनुमान बेनीवाल बोतल को चुनाव चिन्ह बोतल नहीं मिलने से पशोपेश की स्थिति में फंस गए हैं. ऐसे में मतदाताओं के बीच चुनाव चिन्ह के प्रचार के लिए बेनीवाल को कड़ी मशक्कत करनी पड़ेगी.