नागौर. जिले के मूंडवा में एक निजी सीमेंट कंपनी के प्लांट में मजदूर की मौत के बाद दूसरे मजदूरों ने जमकर हंगामा किया. बुधवार सुबह शिफ्ट बदलने के वक्त मजदूरों की भीड़ उग्र हो गई और गुस्साए मजदूरों ने फैक्ट्री के ऑफिस के एक हिस्से में जमकर तोड़फोड़ की और बाहर खड़े वाहनों में आग लगा दी. सूचना मिलने पर मूंडवा पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन हालात इतने खराब थे कि पुलिस मूकदर्शन बनने के अलावा कुछ नहीं कर सकी.
मृतक मजदूर विजेन्द्र चौधरी बिहार का रहने वाला था. जानकारी के मुताबिक निर्माणाधानी सीमेंट प्लांट में ठेकेदार के जरिए विजेन्द्र चौधरी काम पर लगा था. लेकिन मंगलवार रात को अज्ञात कारणों के चलते विजेंद्र की मौत हो गई. मजदूर का शव कम्पनी अधिकारियों ने खुद के अस्पताल में रखवा दिया और बुधवार को शव को लेकर जैसे ही रवाना होने लगे, वैसे ही मजदूरों को इसकी सूचना मिल गई और उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया.
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थोड़ी ही देर में बात ज्यादा बढ़ गई और श्रमिकों ने लाठियों और सरियों से वाहनों, अस्पताल में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी. जब दूसरे मजदूरों को साथी की मौत की खबर लगी तो वो भी मौके पर पहुंच गए. प्रबंधन ने शव के पास मजदूरों को जाने नहीं दिया और इससे मजदूर आक्रोशित हो गए. हालात इस कदर बिगड़ गए की मजदूर पथराव पर उतर आए. मजदूरों ने फैक्ट्री में खड़े वाहनों और बिल्डिंग पर जमकर पत्थर बरसाए. मजदूर, मृतक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे.
मजदूरों का आरोप था कि फैक्ट्री में उनसे लगातार काम करवाया जा रहा है. इस दौरान मजदूरों की सुरक्षा का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है. इसके अलावा मजदूरों ने फैक्ट्री के कर्मचारियों पर भी कई गंभीर आरोप लगाए हैं. मौके पर पहुंचे तहसीलदार और कंपनी के अधिकारियों ने मजदूरों के प्रतिनिधिमंडल से बात की. कंपनी प्रबंधन की ओर से मृतक के परिवार को 15 लाख का मुआवजा देने की बात कही गई. जिसके बाद मजदूर शांत हुए. मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए नागौर के जेएलएन अस्पताल भेजा गया. पुलिस के अनुसार मृतक की मौत हार्ट अटैक से हुई है. पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा.