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कोटा में क्या कोरोना से मौत के आंकड़े छुपा रही है सरकार, बीते 7 दिनों में 29 की मौत लेकिन रिकॉर्ड में केवल 6 - covid figures in kota

कोटा में मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल की सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में संचालित कोविड-19 हॉस्पिटल में जहां बीते 7 दिनों में 29 लोगों की मौत हुई है. जबकि प्रशासन ने कोरोना संक्रमण से 6 लोगों की मौत स्वीकार की है. हालांकि बीते 7 दिनों में 792 कोविड पॉजिटिव मरीज मिले हैं. पढ़ें विस्तृत खबर...

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कोटा में कोरोना से मौत के आंकड़े को छुपाने का क्रम जारी

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Published : Dec 9, 2020, 11:14 AM IST

कोटा.जिले में कोरोना से संक्रमित हुए लोगों के लिए यह संक्रमण घातक बनता जा रहा है, जो लोग अस्पताल में भर्ती हैं. उनके फेफड़े में गंभीर तरीके का संक्रमण सामने आ रहा हैं. जिसके चलते कई मरीज 20 दिनों तक भी कोविड-19 से ठीक नहीं हो रहे हैं. साथ ही ऐसे मरीजों का मौत का आंकड़ा ज्यादा है.

कोटा में कोरोना से मौत के आंकड़े को छुपाने का क्रम जारी

कोटा मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल की सुपर स्पेशयलिटी ब्लॉक में संचालित कोविड-19 हॉस्पिटल में जहां बीते 7 दिनों में 29 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है. जबकि प्रशासन ने कोरोना से 6 लोगों की मौत को ही स्वीकारा है. हालांकि कोविड-19 से बीते 7 दिनों में 792 नए संक्रमित मरीज मिले हैं.

वहीं, मौत के आंकड़े को छुपाने के संबंध में अधिकारियों का कहना है कि हमारी और स्टेट की रिपोर्ट में जो अंतर आ रहा है, उसका कारण कोविड अस्पताल में जो मौतें होती हैं, वह पॉजिटिव और नेगेटिव दोनों मरीजों की होती हैं. साथ ही कोटा के अलावा अन्य जिलों के मरीज जिनमें बारां, बूंदी व झालावाड़ के भी मरने वालों शामिल होते हैं. जिन्हें रिपोर्ट में अलग-अलग दिखाया जाता है.

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ऐसे में सभी मरीजों की मौत का आंकड़ा वे प्रदेश को भेज देते हैं. वहां से जो रिपोर्ट आती है उसमें केवल कोटा के पॉजिटिव मरीज को ही दर्शाया जाता है. इसलिए यह अंतर लगातार आ रहा है. अधिकारियों का कहना है कि पॉजिटिव मरीजों में कोई अंतर नहीं है. उनकी जो रिपोर्ट रुटीन में आ रही हैं, उतनी ही आ रही है. जबकि अधिकांश जिलों में कोरोना से तीन से चार मरीजों की मौत हो रही है, लेकिन आंकड़े में महज एक ही आ रहा है.

फेफड़ों में हो गए हैं...घाव

मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सीएस सुशील का कहना है कि कोरोना के गंभीर मरीज सामने आ रहे हैं. ऐसे कई मरीज है जो अगर 3 दिन घर पर ही रह जाते हैं, तो उनका फेफड़ों की सीटी स्कैन का स्कोर 15 पर पहुंच जाता है. जिससे उनको ऑक्सीजन लेने में भी समस्या हो जाती है.

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साथ ही उन्होंने कहा कि ऐसे कई मरीज हैं, जिनके फेफड़े पर घाव हो जाते हैं. साथ ही उनके फेफड़े की झिल्ली पर भी संक्रमण हो रहा है. ऐसे में इन मरीजों को अस्पताल में लंबे समय तक रखा जाता है. उन्होंने कहा कि जो मरीज लंबे समय से अस्पताल में भर्ती हैं, वे ऑक्सीजन डिपेंडेंट हो गए हैं. ऑक्सीजन उनकी हटा दी जाती है तो उनके बॉडी में ऑक्सीजन का लेवल गिर जाता है. यह मरीज एक महीने तक भी अस्पताल में भर्ती रहते हैं.

एक हफ्ते में 29 लोगों की कोरोना से मौत..

  • 2 दिसंबर को 2 लोगों की कोरोना से मौत और 155 नए मामले
  • 3 दिसंबर को 3 लोगों की कोरोना से मौत और 149 मामले
  • 4 दिसंबर को 7 की मौत और 128 कोरोना के नए मामले
  • 5 दिसंबर को कोरोना से 3 की मौत और नए मामले 123
  • 6 दिसंबर को 3 लोगों की कोरोना से मौत व 101 नए मामले आए सामने
  • 7 दिसंबर को 7 लोगों की मौत और 136 कोरोना के नए मामले आए सामने
  • 8 दिसंबर को 4 लोगों की कोरोना से मौत और 66 नए मामले आए सामने

कुल मिलाकर 29 लोगों की पिछले सात दिनों में हो चुकी हैं.

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