कोटा. गणपति विसर्जन के मौके पर शुक्रवार को कोटा में विशाल अनंत चतुर्दशी का जुलूस निकाला गया. इस जुलूस की विधिवत शुरुआत दोपहर 12 बजे लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, अन्य जनप्रतिनिधियों व नेताओं ने की. इसमें 70 से ज्यादा अखाड़े, 150 झांकियां, 1000 गणेश पंडाल पर विराजित गणपति शामिल हुए. हजारों लोगों के साथ जुलूस निकाला गया. कोटा के एक हजार से ज्यादा गणेश पांडाल थे. इनमें अलग-अलग रूपों में गणपति विराजित हैं. कहीं, यातायात पुलिस कर्मी तो कहीं महिला वेश में. कहीं तोप पर विराजित तो कहीं पर्यावरण बचाने का संदेश में. साथ ही सेठजी के वेश में भी गजानन पंडालों में नजर आए.
इस जुलूस का पहला हिस्सा रामपुरा लिंक रोड पहुंचा, जबकि पिछला सूरजपोल गेट के पास है. जुलूस में पहली गणेश प्रतिमा का विसर्जन रात 9 बजे होगा. तब तक शहर के मुख्य बाजार से अखाड़े निकलेंगे. आम जनता, अखाड़ेबाजों और शोभायात्रा में शामिल (Anant Chaturdashi procession in Kota) लोगों के लिए अल्पाहार व भोजन की व्यवस्था है, जिन्हें व्यवस्थित तरीके से दिया जा रहा है. पूरे 5 किलोमीटर मार्ग में जुलूस का जगह-जगह पर स्वागत किया गया.
कोटा में अनंत चतुर्दशी का जुलूस तड़के तक चला विसर्जन-अनंत चतुर्दशी के जुलूस में इस बार काफी देरी हुई. जुलूस का पहला हिस्सा किशोर सागर तालाब की पाल पर लक्की बुर्ज के नजदीक देर रात करीब 2:30 बजे पहुंचा. जिसके बाद बड़ी गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन का क्रम शुरू हुआ. भारी-भरकम इन प्रतिमाओं को पूरी पूजा प्रतिष्ठा के बाद ट्रेन से किशोर सागर तालाब में विसर्जित किया गया. इस दौरान भारी बारिश भी हुई, लेकिन वहां मौजूद भक्त और श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ. यहां तक की ड्यूटी दे रहे पुलिसकर्मी ट्रेन चालक और यूआईटी नगर निगम के लोग भी मौके पर ही खड़े रहे. यह क्रम सुबह 5:00 बजे तक जारी रहा और अंतिम मूर्ति विसर्जन रामपुरा के राजा की विसर्जित हुई. इस शोभायात्रा में शामिल बड़ी-बड़ी गणेश प्रतिमाओं को भी प्लास्टिक के कवर से ढकना पड़ा.
बारिश ने भीड़ को किया तितर-बितर- दिनभर काफी उमस शुक्रवार को रही इससे अखाड़े और जुलूस में शामिल लोगों को काफी परेशानी भी हुई. हालांकि इस उमस में पसीने में तर बतर होने के बाद भी पट्टेबाजों का उत्साह कम नहीं हुआ. वे अलग-अलग करतब जगह-जगह दिखाते रहे. पूरी तरह से बारिश में भीगने के बाद भी पूरे रास्ते जुलूस पूरे परवान पर रहा. हालांकि, जब बारिश हुई तब पूरे जुलूस को देखने पहुंचे लोगों की संख्या लगातार कमी होती रही. लोग बारिश से बचने के जतन देखते रहे, लेकिन किशोर सागर तालाब की पाल पर तो काफी तेज बारिश आई. उसके चलते लोग वहां से तितर-बितर हो गए.
पट्टेबाजों ने दिखाए रोचक करतब: इस दौरान बच्चियों और महिला पट्टेबाजों ने करतब दिखाए. कहीं क्रेन पर लटक जोखिम भरे प्रदर्शन किए जा रहे थे. तो कहीं नन्ही बालिका भी तलवार घुमा रही है. इसके अलावा छाती पर बाइक चलाना, कीलों पर लेट जाना, पिरामिड बनाने जैसे करतब चल रहे हैं. इनमें महिलाए भी शामिल हैं. महिलाएं अखाड़े में तलवार, लाठी, चक्कर चलाती दिखीं. छोटी बच्चियों ने आकर्षक व रोचक करतब दिखाए. पट्टेबाजों को सूरजपोल, मोखापाड़ा, कैथूनीपोल, गंधीजी की पुल, सब्जीमंडी, अग्रसेन बाजार, रामपुरा बाजार, आर्य समाज रोड पर अखाड़ेबाज पर 13 जगह करतब दिखाने दिया जा रहा है. इसमें लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, एमएलए संदीप शर्मा, चंद्रकांता मेघवाल, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष पंकज मेहता व पूर्व विधायक प्रह्लाद गुंजल सहित कई लोग शामिल हैं.
महिला पहलवानों ने भी मलखंब का दिखाया जलवा :अनंत चतुर्दशी के जुलूस में अलग-अलग तरह के करतब देखने को नजर आ रहे हैं. महिला पहलवान भी इसमें पीछे नहीं रह रहीं. मलखंब का अच्छा प्रदर्शन महिला अखाड़ेबाजों ने यहां पर किया. यह हरदोल व्यामशाला से जुड़ी हुई है और बड़ी संख्या में काफी देर तक कैथूनीपोल थाने के बाहर उन्होंने प्रदर्शन किया. जिसको देखकर सभी लोग अचंभित हो गए. प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर पुलिस व अन्य सभी लोग भी उनके मोबाइल में वीडियो बनाने में जुट गए. इसके साथ ही इस बालिका ने क्रेन से लटककर उल्टा होकर दोनों हाथों में हाथ जला कर भी अच्छा प्रदर्शन किया है. दूसरी तरफ कोई आग से भरे हुए क्रम में कूद रहा है तो मुंह से आग निकाल रहा है.
पढ़ें- Anant Chaturdashi 2022: जानिए कौन हैं भगवान अनंत...पूजा विधि, व्रत महत्व और शुभ मुहूर्त
जुलूस कैमरे से निगरानी में, ड्रोन दे रहे पहरा: जुलूस को पुलिस ने निगरानी में निकाला गया है. सुरक्षा की दृष्टि से (Ganesh Visarjan in Kota) पुलिस ने तीन सीसीटीवी कंट्रोल रूम बनाए हैं. एक कैथूनीपोल, दूसरा रामपुरा कोतवाली और तीसरा सुंदर धर्मशाला में बनाया गया है. जिन्हें 150 कैमरे से जोड़ा गया है. इसके अलावा ड्रोन भी उड़ाएं जा रहे हैं. कोटा रेंज आईजी प्रसन्न खमेसरा और एसपी सिटी केसर सिंह शेखावत भी कैथूनीपोल थाने पर मॉनिटरिंग के लिए मौजूद हैं. इसके अलावा आरएसी के जवान और क्विक रिस्पांस फोर्स के तौर पर कमांडो की लगाए गए हैं.
बाहर से बुलाया जाता है जाप्ता : अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi 2022) को देखते हुए प्रशासन 1 महीने से ही तैयारी की है. जिला कलेक्टर ओपी बुनकर और शहर एसपी केसर सिंह शेखावत लगातार बैठकें की है. कोटा शहर में पहले पदस्थापित रहे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को भी जुलूस की व्यवस्थाओं के लिए बुलाया है. उन्हें भी अलग-अलग ड्यूटी पॉइंट अलॉट किए हैं. साथ ही कोटा शहर के अलावा ग्रामीण और अन्य जिलों से भी पुलिस जाप्ता बुलाया गया है. इसके अलावा आरएसी के जवानों की भी तैनाती जुलूस मार्ग पर की है. इसके साथ ही 94 टावर बनाकर पुलिसकर्मी लगाए गए हैं. इसके साथ ही करीब 100 सीसीटीवी कैमरे मॉनिटरिंग के लिए लगाए गए हैं. ड्रोन की मदद से भी निगरानी रखी जाएगी. कैथूनीपोल थाने को कंट्रोल रूम के तरह उपयोग में लिया जा रहा है. साथ ही अभय कमांड सेंटर से भी सीधी मॉनिटरिंग कैमरों के जरिए की जा रही है.
पढ़ें- Special : मुंबई के लालबाग की तर्ज पर कोटा में रामपुरा के राजा, गरीब गणेश अब नगर सेठ बन लाते हैं समृद्धि
यह रहेगी सुरक्षा और अन्य व्यवस्था
- जिन मकानों को नगर निगम ने जर्जर और जीर्ण शीर्ण घोषित किया हुआ है, ऐसे मकानों पर किसी भी व्यक्ति को चढ़ने नहीं दिया जा रहा है. वहां पर पहले से भी बैरिकेडिंग की गई है. यहां जाप्ता भी तैनात किया गया है.
- जुलूस शहर के भीतरी इलाके से निकलता है. जहां पर संकरी गलियां हैं, पुलिस ने क्विक रिस्पांस के लिए पूरे जुलूस मार्ग के हर छोर पर पहुंचने के लिए वैकल्पिक मार्ग बनाए हैं. जहां कुछ जगहों पर वाहन भी पहुंच सकते हैं. बाकी दूसरी जगह पैदल या बाइक से ही जाया जा सकेगा.
- चिकित्सा विभाग और मेडिकल कॉलेज की मदद से 8 जगह पर टीमें स्थापित की गई है. जुलूस में शामिल व्यक्ति को चोट लगती है या कोई अनहोनी की अवस्था में तुरंत मौके पर प्राथमिक उपचार दिलाया जा सके. साथ ही 4 एंबुलेंस भी लगाई गई है, ताकि घायलों को अस्पताल ले जाया जा सके. एमबीएस अस्पताल में बेड भी रिजर्व रखे गए हैं.
- इस पूरी जुलूस की सुरक्षा में करीब 5000 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. इनमें से करीब 500 जवान सादा वर्दी में होंगे, यह आम व्यक्तियों की तरह पट्टेबाज बनकर जुलूस में साथ चलेंगे.
- जिला प्रशासन ने पहले ही 5 किलोमीटर के जुलूस मार्ग और विसर्जन स्थल के अलावा जुलूस की शुरुआत होने वाले सूरजपोल गेट सहित शहर के अन्य सभी इलाकों में सेक्टर मजिस्ट्रेट लगा दिए हैं. यहां तक कि अखाड़ों के सुपर विजन के लिए भी अखाड़े के अनुसार एक अधिकारी की ड्यूटी लगाई है.
- अखाड़ों के पट्टेबाजों के ट्यूबलाइट फोड़ने और केरोसिन का उपयोग जैसे कुछ करतब नहीं दिखाने पर पहले ही आयोजन समिति और प्रशासन के बीच सहमति बनी है. हालांकि हर अखाड़े के साथ डीजे और बाजे रहेंगे.
- कोटा सिटी पुलिस की यातायात विंग ने भीतरी शहर की तरफ की तरफ जाने वाले मार्गो के आवागमन पर रोक लगाई है. रास्तों को डायवर्ट कर दिया गया है.
- किशोर सागर तालाब की पाल पर सुबह से ही गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हो जाएगा. लोगों ने घरों पर गणपति विराजित किए थे, जिनका विसर्जन करेंगे. इसके लिए नगर विकास न्यास और नगर निगम ने विशेष इंतजाम किए हैं. वोट और गोताखोर मौके पर मौजूद हैं. तालाब के नजदीक किसी को नहीं जाने दिया जाएगा. भारी पुलिस सुरक्षा वहां पर रहेगी.
- बड़ी मूर्तियों के विसर्जन के लिए प्रशासन ने क्रेनों की व्यवस्था की है. छोटी मूर्तियों को बोट से गोताखोर रिसीव कर तालाब में अंदर डालेंगे. विसर्जन रात को होगा, ऐसे में पूरे जुलूस मार्ग और किशोर सागर तालाब की पाल पर लाइटिंग की पूरी व्यवस्था की गई है.