करौली. राजस्थान के करौली-धौलपुर संसदीय सीट पर भाजपा से नवनिर्वाचित सांसद डॉ. मनोज राजौरिया की जीत धौलपुर जिले से मिली बढ़त के कारण संभव हो पाई है. सांसद मनोज को धौलपुर जिले की चारों विधानसभा क्षेत्रों बाड़ी, बसेड़ी, धौलपुर, राजाखेड़ा से 107169 की बढ़त मिली. जबकि करौली जिले से 11 हजार से अधिक मतों से पीछे रहे. करौली जिले के टोडाभीम विधानसभा क्षेत्र से 13880 और सपोटरा विधानसभा क्षेत्र से 12662 मतों से दोनों ही जगहों से कुल 25 हजार से अधिक मतों से कांग्रेस के संजय कुमार जाटव को बढ़त मिली.
करौली-धौलपुर : भाजपा प्रत्याशी पूर्व सीएम के गढ़ से रहे आगे तो कांग्रेस प्रत्याशी ने मंत्री के क्षेत्र से ली बढ़त - धौलपुर
लोकसभा चुनाव में परिणाम के बाद अब प्रत्याशियों के समर्थक वोटों को लेकर विधानसभा क्षेत्रवार और बूथवार आंकड़ों का आकलन कर रहे हैं. इन्हीं आंकड़ों में सामने आया है कि करौली-धौलपुर संसदीय सीट से भाजपा और कांग्रेस प्रत्याशियों ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के क्षेत्रों से वोटों की बढ़त हासिल की है.
लेकिन हिण्डौन तथा करौली से सांसद मनोज ने 15 हजार से अधिक मतों से बढ़त मिली है. इसके बावजूद करौली जिले से भाजपा को 11 हजार से अधिक मतों से पिछड़ना पड़ा. 2014 के लोकसभा चुनावों में भी सांसद मनोज राजोरिया को धौलपुर से बढ़त मिली थी. आपको बता दें कि धौलपुर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का क्षेत्र माना जाता है तो वहीं करौली जिले के सपोटरा विधानसभा क्षेत्र से खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा विधायक है. ऐसे में दोनों ही नेताओं ने अपनी-अपनी पार्टी के प्रत्याशियों को जिताने में अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ी.
जहां करौली जिले से संजय जाटव को बढ़त मिली तो वहीं धौलपुर जिले से भाजपा से नवनिर्वाचित सांसद मनोज राजोरिया को बढ़त मिली. हालांकि करौली-धौलपुर लोकसभा सीट के 8 विधानसभा क्षेत्रों में 6 पर कांग्रेस, एक पर भाजपा और एक सीट पर बसपा काबिज है. फिर भी मोदी लहर के चलते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस अपनी जगह नहीं बना पाई.