राजस्थान

rajasthan

ETV Bharat / state

करौली : कलेक्टर ने सामान्य चिकित्सालय का किया औचक निरीक्षण, बोले- शिकायत मिलने पर होगी कार्रवाई

करौली में मातृ एवं शिशु संस्थान में दस्त नियंत्रण पखवाड़े का शुभारंभ करने पहुंचे जिला कलेक्टर नन्नुमल पहाड़िया ने करीब पौने पांच करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले आईपीडी विंग और सामान्य चिकित्सालय का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने घटिया निर्माण सामग्री की शिकायत पर मसाले का सैम्पल भरवाया.

By

Published : May 28, 2019, 11:05 PM IST

कलेक्टर ने निर्माणाधीन बिल्डिंग का किया निरीक्षण कर भरवाया सेम्पल

करौली. मातृ एवं शिशु संस्थान में दस्त नियंत्रण पखवाडे़ का शुभारंभ करने गए जिला कलेक्टर नन्नुमल पहाड़िया ने 4.75 करोड रुपए की लागत से निर्माणाधीन आईपीडी विंग, सामान्य चिकित्सालय का औचक निरीक्षण किया. उन्होंने ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य में गुणवत्तापूर्ण सामग्री का उपयोग नहीं करने पर पीएमओ द्वारा की गई शिकायत पर प्लास्टर किए जा रहे मसाले का क्यूब में सेम्पल भरवाया. साथ ही सेम्पल में ठेकेदार सहित सीएमएचओ, पीएमओ आदि के हस्ताक्षर कराए. इस सेम्पल की जांच 14 से 21 दिन में करके गुणवत्ता संबंधी जांच रिपोर्ट आने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी.

करौली जिला कलेक्टर निर्माणाधीन बिल्डिंग का निरीक्षण करते हुए

निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने टाइल्स को खुदवाया, जिसमें बजरी की मात्रा ही पाई गई. भवन में दरार और प्लास्टर में की जा रही लापरवाही के साथ-साथ पिलरों के एलाईमेन्ट ठीक नहीं होने पर कार्रवाई के निर्देश भी दिए. कलेक्टर नन्नुमल पहाड़िया ने बताया की चिकित्सालय में दस्त नियंत्रण अभियान के शुभारंभ में पहुंचे थे. जहां हो रहे निर्माणधीन कार्य की जांच की.

उन्होंने बताया कि पीएमओ और सीएमएचओ ने जानकारी दी कि घटिया सामग्री से बन रही बिल्डिंग में दरार आ गई है. टाइल्स के नीचे मसाले की जगह बजरी का इस्तेमाल किया जा रहा है. बिल्डिंग में बने पिलर का एलाइनमेंट ठीक नहीं है. साथ ही टाईल्स और प्लास्टर उखड़ने लगे हैं. इस दौरान निर्माणाधीन बिल्डिंग की जांच ठेकेदार की मौजूदगी में की गई. साथ ही मसाले के सैंपल लिए गए. निर्माण कार्य के लिए जिन ईंटो का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्हें जांच के लिए रख लिया गया है. ईंटो की भी जांच की जाएगी. पौने पांच करोड़ की लागत से हो रहे निर्माण कार्य प्रोजेक्ट में लेब की उपलब्धता नहीं है. जानकारी के मुताबिक सीएमएचओ द्वारा कई बार सहायक अभियंता से घटिया निर्माण की जानकारी से अवगत करवाया गया था.

ABOUT THE AUTHOR

...view details