जोधपुर. संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी के घोटाले को लेकर लगातार एसओजी से मिले परिवार के आधार पर जोधपुर शहर में पुलिस मामले दर्ज कर रही है. अब तक कुल 109 मामले दर्ज हो गए हैं. अगर बात पूरे जोधपुर संभाग की करें तो यह संख्या 269 के पार पहुंच गई है. फिलहाल यह सिलसिला जारी है. माना जा रहा है, इस माह तक यह पांच सौ पार हो जाएगी. यह मामले आईपीसी की धाराओं के साथ 2019 बने कानून बेनिंग ऑफ अनरेग्लूलेटेड स्कीम 2019 के तहत दर्ज हो रहे हैं. जिसके तहत स्कीम चलाने वालों की संपतियां सील करने की भी कार्रवाई की जा सकती है. इन मामलों की जांच थानाधिकारी ही कर सकते हैं. जरूरत पड़ने पर संचालकों की गिरफ्तारी भी इन मामलों में होगी.
ये भी पढ़ेंःमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग का शेखावत पर हमला, कहा- संजीवनी एक बड़ा है घोटाला, ईडी से हो जांच
अलग-अलग थानों में दर्ज हैं केसःमिलीजानकारी के अनुसार जोधपुर कमिश्नरेट में बुधवार तक 109 मुकदमें अलग अलग थानों में दर्ज हुए हैं. इनमें जिला पूर्व में 49 व जिला पश्चिम में 60 मामले दर्ज हुए हैं. आईजी रेंज जयनारायण शेर के अनुसार बाड़मेर, जेसलमेर पाली, सिरोही व जालौर के अलग-अलग थानों में संजीवनी सोसाइटी के विरूद्ध 160 केस दर्ज हुए हैं. कमिश्नरेट के जिला पूर्व की उपायुक्त डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि उनके क्षेत्र में 49 मामले दर्ज हुए हैं. 2019 में लागू हुए कानून के तहत एक सक्षम अधिकारी की नियुक्ति हो रखी है. वर्तमान में सहकारिता विभाग के प्रमुख सचिव इसके अधिकारी हैं. जांचकर्ता अपराध से अर्जित आय से बनाई की संपति की सूची बनाकर उच्चाधिकारी के माध्यम से सक्षम अधिकारी के पास सील करने की अनुमति के लिए पत्र भेजेंगे. जिसके आधार पर कार्यवाही होगी. इसके अलावा जांच के दौरान आवश्यकता पड़ने पर आरोपियों को गिरफ्तार भी किया जा सकता है.