बालेसर (जोधपुर). जिले के सेखाला गांव में दादा भगवान आश्रम में कोरोना वायरस के सिलसिले में जांच के लिए गई टीम पर आश्रम के कर्मचारियों ने टीम पर पालतू श्वानों से हमला करवाया. इस हमले में सेखाला और शेरगढ़ तहसीलदार ओम प्रकाश सोनी घायल हो गए. जिन्हें बालेसर अस्पताल से जोधपुर महात्मा गांधी अस्पताल रेफर किया गया है.
जिले के सेखाला और शेरगढ़ तहसीलदार ओमप्रकाश सोनी ने शेरगढ़ थाने में रिपोर्ट पेश की है. जिसमें बताया कि वे जिला कलेक्टर और बालेसर उपखंड अधिकारी के निर्देशानुसार कोराना वायरस के मामले में दादा भगवान आश्रम में पटवारियों की टीम के साथ आश्रम में पहुंचे. आश्रम में दूसरे गेट पर खड़ी महिला कर्मचारियों से बात कर कहा कि आश्रम में कितने लोग रहते हैं, बाहर से कौन आया है, इसके लिए सर्वे और जांच करनी है. जिसपर महिला कर्मचारी ने जांच करने और आश्रम के अंदर आने से मना कर दिया. साथ ही पास में खड़े पालतू श्वानों को इशारा किया. जिसके बाद श्वानों ने उनकी टीम पर हमला कर दिया.
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जिसमें तहसीलदार ओमप्रकाश सोनी को श्वानों ने जगह-जगह काट लिया और कपड़े फाड़ दिए. पालतू श्वानों के अचानक हुए हमले से टीम के अन्य सदस्य हक्का-बक्का रह गए. टीम के साथ पटवारी गजे सिंह, गगनदीप, पटवारी परसराम, पटोरी विकास और चालक ने किसी तरफ तहसीलदार ओमप्रकाश सोनी को कुत्तों के चंगुल से छुड़वाया. जिसके बाद सभी ने आश्रम से भागकर अपनी जान बचाई. रिपोर्ट में बताया गया कि आश्रम में महिला कर्मचारियों ने जांच में सहयोग न करते हुए राजकीय कार्य में बाधा पहुंचाई. साथ ही उन्होंने जानबूझकर हमला करवाया. वहीं पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.