झुंझुनू. जिले में रविवार को जिला कलेक्टर रवि जैन ने एक आदेश जारी किया. जिसमें जिला कलेक्टर ने सकरी गलियों में कोचिंग संस्थान संचालित करने वालों पर नकेल कसी है. इस सिलसिले में कलेक्टर ने जांच समिति का गठन कर सात दिवस में जांच रिपोर्ट मांगी है. साथ ही इस बात की जानकारी मिलते ही कोचिंग संस्थानों में हड़कंप मचा हुआ है.
बता दें कि जिला मुख्यालय पर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं और भर्ती की तैयारी के लिए संचालित कोचिंग संस्थान के संचालकों द्वारा मनमाने रूप से आवासीय परिसरों में और सकरी गलियों में कोचिंग संस्थान संचालित कर रखी है. इन कोचिंग संस्थान के संचालकों द्वारा छोटे-छोटे आवासीय मकानों में भी बड़ी संख्या में बच्चों को कोचिंग करवाई जा रही है.
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इसको लेकर जिला कलेक्टर रवि जैन ने एक आदेश जारी कर बताया कि इन स्थानों में प्रयाप्त स्थान का अभाव होते हुए भी संचालित किए जा रहे हैं, न तो इनमें सुरक्षा (अग्नि शमन) के मापदंडों का ध्यान रखा जाता है और न ही पार्किंग स्पेस उपलब्ध है. यहां पढ़ने वाले बच्चों के लिए पर्याप्त संख्या में टॉयलेट का अभाव होने के कारण आसपास के खाली पड़े प्लोटस को टॉयलेट के रूप में इस्तेमाल किए जाने से वातावरण दूषित होता है. जिससे स्थानीय निवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.