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किसान आंदोलन से राजनीति बदलती है तो चौधरी चरण सिंह के सपने साकार होंगेः जयंत चौधरी - जयंत चौधरी

देश में किसान प्रधानमंत्री के रूप में पहचान रखने वाले चौधरी चरण सिंह के पौत्र जयंत चौधरी सोमवार को झुंझुनू पहुंचे. यहां उन्होंने कहा कि यदि किसान आंदोलन से राजनीति बदलती है तो चौधरी चरण सिंह के सपने साकार होंगे.

जयंत चौधरी, Jayant Chaudhary
पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पौत्र

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Published : Mar 1, 2021, 6:10 PM IST

झुंझुनू.देश में किसान प्रधानमंत्री के रूप में पहचान रखने वाले चौधरी चरण सिंह के पौत्र जयंत चौधरी सोमवार को झुंझुनू पहुंचे. यहां उन्होंने कहा कि यदि किसान आंदोलन से राजनीति बदलती है तो चौधरी चरण सिंह के सपने साकार होंगे.

पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पौत्र

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चौधरी चरण सिंह चाहते थे कि खेत खलिहान से नया नेतृत्व निकले और उसके बाद की जो राजनीति होगी निश्चित ही किसानों के लिए भला करने वाली होगी. जयंत चौधरी चूरू में होने वाली महापंचायत और शहीदों के एक कार्यक्रम में में भाग लेने के लिए झुंझुनू आए थे.

केवल किसानों की लड़ाई नहीं:

यहां पर ईटीवी से विशेष बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि यह लड़ाई आम उपभोक्ता की भी है और यदि असीमित भंडारण की सुविधा उद्योग पतियों को मिल जाएगी तो आम उपभोक्ता के माथे पर सारी चीजें पड़ेगी.

वहीं, झुंझुनू के किसानों के आंदोलन में भाग लेने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी हमेशा से बंटवारे की राजनीति करती है और यहां के किसानों को यह कहकर बरगला रही है कि आपके यहां पर तो एमएसपी पर खरीदी नहीं होती है और इसलिए आपको अन्य किसानों का साथ नहीं देना चाहिए, लेकिन सरकार को यह भी समझना चाहिए कि किसानों के बेटे आज बड़ी-बड़ी नौकरियों में हैं और बड़े बड़े संस्थानों में काम करते हैं और इसलिए उन्हें किसी भुलावे में नहीं रखा जा सकता है.

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लाखों किसान बॉर्डर पर जाने के लिए तैयार है. वहीं दिल्ली के बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के धरने में कम लोगों के पहुंचने के सवाल पर उन्होंने कहा कि किसानों को हजारों काम होते हैं और इसलिए ही हमारा प्रयास है कि महा पंचायतों के माध्यम से हम लोग किसानों के पास जाएं. ऐसे में महा पंचायतों का आयोजन किया जा रहा है लेकिन सरकार यह नहीं समझे कि बॉर्डर पर किसी तरह की जोर जबरदस्ती की जा सकती है और जरूरत पड़ने पर लाखों की संख्या में किसान बॉर्डर पर पहुंचने के लिए तैयार हैं.

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