झालावाड़. जिले में लाइम स्टोन माइंस एसोसिएशन की ओर से कोटा जिले के रामगंजमंडी में रायल्टी ठेकेदार की ओर से अवैध वसूली करने और व्यापारियों को परेशान करने के विरोध में जिले में कोटा स्टोन की खदानों में काम बंद का ऐलान किया है. जिसके बाद जिले की खदानों और फैक्ट्रियों में काम करने वाले हजारों मजदूरों की रोजी रोटी पर भी संकट खड़ा हो सकता है.
कोटा स्टोन खदानों पर काम बंद माइंस एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरेश गुर्जर ने बताया कि रामगंजमंडी क्षेत्र के रायल्टी ठेकेदार की ओर से झालावाड़ की गाड़ियों से अवैध रूप से रायल्टी की मांग की जाती है और व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है. झालावाड में उत्पादित माल की नियमानुसार रायल्टी वसूली झालावाड़ जिले के ठेकेदार की ओर से की जा रही है.
यहां से व्यापारी पूरी रायल्टी देने के बाद जब गाड़ी कोटा जिले के जुल्मी होते हुए रामगंजमंडी अपने औद्योगिक स्थल तक ले जाता है, तो जुल्मी में बनाएं अपने नाके पर रामगंजमंडी ठेकेदार की ओर से अवेध तरीके से रुपए की मांग की जाती है और नहीं देने पर गाड़ियों को 2-3 घंटे जांच के नाम पर खड़ा रखता है और चालकों को मजबूर कर 1 हजार से 1500 रुपए अवैध वसूले जाते है.
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इसके अलावा पैसे नहीं देने पर गाड़ियों की पेनल्टी बनाने की धमकी भी देता है. ऐसे में एक ही माल की दो जगह पर रॉयल्टी नहीं दी जा सकती. जिसके चलते आज से खदानों एवं फैक्ट्रियों में काम बंद कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि जिले में करीब 300 खदाने और 2000 कोटा स्टोन की फैक्ट्रियां हैं, जिनमें करीब 40,000 मजदूर काम करते हैं. ऐसे में काम बंद करने से इन मजदूरों की आजीविका पर भी गहरा असर पड़ेगा. उन्होंने बताया कि इसको लेकर उन्होंने प्रभारी मंत्री से भी बात की थी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है. ऐसे में जब तक रामगंज मंडी के रॉयल्टी ठेकेदार की अवैध वसूली बंद नहीं होती, तब तक झालावाड़ में कोटा स्टोन का काम पूरी तरह से बंद रहेगा.