झालावाड़.जिले के बैंकों और वित्तीय संस्थानों की सेवाएं ग्राहकों तक पहुंचाने के उद्देश्य से दो दिवसीय 'ग्राहक उन्मुखी कदम' कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. कार्यक्रम में 3 हजार 81 ग्राहकों और समूह को करीब 80 करोड़ के ऋण स्वीकृत किए जाएंगे. समस्त बैंकों और वित्तीय संस्थानों की सेवाएं ग्राहकों तक पहुंचाने के उद्देश्य से झालावाड़ में 'ग्राहक उन्मुखी कदम' कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. इसका उद्धघाटन जिला कलेक्टर सिद्धार्थ सिहाग द्वारा पीएनबी आरेसटी के कृषक प्रशिक्षण केंद्र परिसर में किया गया.
झालावाड़ में दो दिवसीय ‘ग्राहक उन्मुखी कदम’ कार्यक्रम की शुरुआत बता दें कि कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कलेक्टर ने कहा कि बैंक देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है. बैंको के विकास से ही देश की उन्नति संभव है. व्यापार, कृषि, रोजगार, घर, वाहन और उच्च शिक्षा के लिए नागरिकों को ऋण की आवश्यकता होती है. सभी प्रकार के ऋणों की सुविधा ग्राहक उन्मुखी कार्यक्रम में बैंकों के माध्यम से प्रदान किए जा रहे हैं. इसके अतिरिक्त राज्य और केंद्र सरकार की योजनाओं के अन्तर्गत संचालित सामाजिक सुरक्षा योजनाएं जैसे प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, जनधन योजना, सुकन्या समृद्वि योजनाओं के बारे में जागरुक किया जा रहा है. साथ ही उन्हें पात्रता के अनुसार इन योजनाओं का लाभ पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है.
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जिला कलेक्टर ने जिले के सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे इस दो दिवसीय ग्राहक उन्मुखी कार्यक्रम का लाभ प्राप्त करें. उन्होंने कार्यक्रम में लाभान्वित स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं का आह्वान किया कि वे बैंक द्वारा दिए गए ऋण का सदुपयोग रोजगार सृजन कर अपने परिवार को खुशहाल बनाने में करें. सभी बैंकर्स को निर्देशित किया कि वे स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के ऋणों का वितरण 30 नवंबर से पहले किया जाना सुनिश्चित करें. जिला कलेक्टर द्वारा सभी बैंकर्स को निष्ठा और ईमानदारी से कार्य करने की शपथ दिलाई गई.
कार्यक्रम में सेन्टल बैंक ऑफ इंडिया मुंबई के केन्द्रीय कार्यालय के महाप्रबंधक अशोक कुमार भारती ने बताया कि भारत सरकार के वित्त मंत्रालय द्वारा देश के 400 जिलों को बैंकों के माध्यम से आर्थिक उन्नति एवं रोजगार सृजन के लिए चिन्हित किया गया. जिसमें से 252 जिलों में इस प्रकार के कार्यक्रम पूर्व में आयोजित किए जा चुके हैं.
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वहीं दूसरे चरण में 148 जिलों में ग्राहक उन्मुखी कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. इसी के तहत झालावाड़ जिले में भी दो दिन इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. जिससे बैंक ग्राहक लाभान्वित हो सकेंगे. कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करना, साल 2022 तक किसानों की आय दोगुना करना, स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को स्वाभिमानी बनाकर उनका सशक्तिकरण करना है.