जैसलमेर/पोकरण/दौसा. श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या से आक्रोशित सर्व समाज ने बुधवार को जमकर विरोध प्रदर्शन किया है. इसके चलते जैसलमेर, पोकरण और दौसा में बाजा बंद रहे. आक्रोशित लोगों ने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग की है. प्रदर्शन को देखते हुए विभिन्न स्थानों पर भारी पुलिस बल की तैनाती की गई.
सर्व समाज के आहवान पर बुधवार को जैसलमेर शहर के सभी बाजार आज बंद रहे. वहीं बंद व प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में विभिन्न स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती की गई. इस दौरान राजपूत समाज सहित सर्व समाज के लोगों ने हनुमान चौराहे, गडीसर चौराहे तथा किशन सिंह भाटी चौराहे पर एकत्रित होकर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर टायर जलाकर प्रदर्शन किया. इसके बाद जिला कलेक्टर के माध्यम से राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया.
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जिला कलेक्टर को सौंपे गए 8 सूत्री ज्ञापन में सुखदेव सिंह के हत्यारों को जल्द से जल्द पकड़कर उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की गई है. साथ ही इस मामले की जांच उच्च स्तरीय जांच एजेंसी से करवाने तथा घटनास्थल से संबंधित एसपी और थानाधिकारी को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने की मांग की गई है. साथ ही सभी मृतकों के परिजनों को 11 करोड़ का मुआवजा व उसके परिवाजनों को सुरक्षा मुहैया करवाने तथा परिवाजनों को हथियार रखने के लाइसेंस उपलब्ध करवाने की मांग की गई है.
करणी सेना के प्रदेषाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि जिस तरीके से राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेवसिंह गोगामेड़ी की दिनदहाड़े जिस तरीके से घर में घुसकर गोलियों से उनकी हत्या की है. यह हिन्दुस्तान के लिए काला दिवस है. उन्होंने कहा कि आज जिस तरह से राजस्थान में इस प्रकार की घटनाएं बढ़ रही हैं. इससे आमजन में भय का माहौल है. राजस्थान में अपराधियों के हौंसले बुलंद हैं.
सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि जब तक ज्ञापन में की गई हमारी मांगें नहीं मानी जाएगी, तब तक हमारा आदोंलन जारी रहेगा. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान में कानून नाम की चीज नहीं है. जब गोगामेडी द्वारा अपनी जान को खतरा बताकर पुलिस प्रशासन से सुरक्षा की मांग की थी. इसके बाद भी उन्हें सुरक्षा उपलब्ध नहीं करवाई गई. इसलिए इस घटना का सारा दोष अपराधियों को नहीं बल्कि राजस्थान की सरकार और वहां के प्रशासन का है क्योंकि उनकी ढिलाई की वजह से ही अपराधियों के इतने हौंसलें बुलंद हुए हैं. वहीं महंत बाल भारती महाराज समेत कई लोगों ने भी गोगामेड़ी के हत्यारों को फांसी की सजा दिलवाने की मांग की.