जैसलमेर.जिले में पिछले कुछ दिनों से लगातार कोरोना संक्रमित मामलों के आंकड़ों में बढ़ोतरी हो रही है. उसकी वजह से कोरोना सैम्पलिंग की संख्या में भी इजाफा हुआ है. वहीं, पिछले कुछ दिनों से कोरोना सैंपलिंग रिपोर्ट में देरी के भी कई मामले सामने आए थे और सोशल मीडिया पर भी यह जमकर चर्चा का विषय बना हुआ था. जिसमें 4 से 5 दिनों में यदि किसी संभावित कोरोना संक्रमित की रिपोर्ट नहीं आती है तो तब तक वह कई लोगों के संपर्क में आता है. जिससे कोरोना संक्रमण बढ़ने का भी खतरा बना रहता.
इसको लेकर जैसलमेर जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने कहा कि पहले जहां 300 से 400 सैंपल प्रतिदिन आते थे. वहीं इनकी संख्या बढ़कर अब 1400 से 1500 तक पहुंच गई है. यहीं वजह है कि सैंपल्स में देरी हो रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आती थी उन्हें तो स्वास्थ्य विभाग की ओर से फोन करके सूचित कर दिया जाता था, लेकिन कुछ तकनीकी खामी के कारण जिनकी रिपोर्ट नेगेटिव आती थी. उन्हें मैसेज नहीं मिल पा रहा था. इसी वजह से यह स्थिति पैदा हुई और लोगों में यह डर बना रहा कि कोरोना सैंपल की रिपोर्ट आने में देरी हो रही है.