जयपुर.तिरंगा यात्रा अल्बर्ट हॉल से रामलीला मैदान तक निकाली गई. जिसमें शहीदों के परिजन भी शामिल हुए. तिरंगा यात्रा का नेतृत्व शहीद स्वतंत्रता क्रांतिकारी अशफाक उल्ला खान के पौत्र अशफाक उल्ला ने किया. तिरंगा यात्रा में पुलवामा में हुए शहीदों के परिजन भी भारत माता के जयकारों के साथ शामिल हुए.
शहीद सैनिकों के सम्मान में जयपुर में हुए ये दो कार्यक्रम
पुलवामा में शहीद सैनिकों के परिजनों के सम्मान में रविवार को राजधानी के युवकों ने तिरंगा यात्रा निकाली. देशभक्ति के नारों से लबरेज इस यात्रा में शहीदों के परिजन भी शामिल हुए.
वहीं दूसरी ओर समरसता सम्मेलन के अवसर पर विशाल कलश यात्रा भी निकाली गई. कलश यात्रा चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर महादेव मंदिर से रवाना होकर रामलीला मैदान पहुंची. कलश यात्रा में 1100 महिलाएं एक ही वेशभूषा में सिर पर कलश धारण कर शामिल हुई. जयपुर के रामलीला मैदान में समरसता सम्मेलन का आयोजन किया गया. सम्मेलन में पुलवामा में हुए शहीदों के परिवारजन भी शामिल हुए. समरसता सम्मेलन में शहीदों के परिजनों का सम्मान किया गया.
पुलवामा के कायराना आतंकी हमले में शहीद हुए सैनिकों में से राजस्थान के 5 शहीद सैनिक परिवारों का सम्मान हुआ. आयोजन कर्ता गोपाल शर्मा ने बताया कि इस नई पहल के जरीए कोशिश है कि समाज का हर वर्ग सवर्ण, गरीब, शोषित, पीड़ित, वंचित सबके लिए एक ऐसा आधुनिक विकसित जयपुर बने, जहां आम आदमी का स्वाभिमान और सम्मान सुरक्षित हो. जनता को महसूस हो कि लोकतंत्र के वह भाग्यविधाता है और उसका अपना वजूद है. इस मौके पर कई संत महात्मा भी मौजूद रहे.