जयपुर. कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को दौसा के सिकराय में एक जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान सचिन पायलट ने कहा कि मेरा दौसा जिले के लोगों पर विशेष अधिकार है. राजेश पायलट चार बार और रमा पायलट यहां से सांसद रहे. मैं भी 26 साल की उम्र में सांसद बना. ऐसे में दौसा के लोगों से इस जीवन में रिश्ता टूटने वाला नहीं है और अगले जन्म में भी इसे नहीं टूटने दूंगा.
इस दौरान पायलट ने कहा कि मेरा दौसा जिले के लोगों पर विशेष अधिकार है. राजेश पायलट चार-पांच बार सांसद बने, रमा पायलट सांसद रहीं और मैं भी 26 साल की उम्र में सांसद बना. पायलट ने कहा कि अच्छे समय और खुशियों में सब शामिल होते हैं, लेकिन परेशानी में अपने लोगों को ही शामिल किया जाता हैं. ऐसे में दौसा जिले के लोगों साथ इस जीवन में तो यह रिश्ता टूटने वाला नहीं है और अगले जन्म में भी मैं यह रिश्ता नहीं टूटने दूंगा.
पढ़ें:Rajasthan : प्रियंका गांधी का मोदी सरकार पर तीखा हमला, कहा- इनकी नीति है गरीबों से खींचना और उद्योगपतियों को सींचना
मनमुटाव है, तो उसे भूल जाओ: इस दौरान पायलट ने कहा कि अगर किसी का कोई छोटा-मोटा मनभेद, मनमुटाव है, तो उसे भूल जाओ और जैसा राहुल गांधी की मोहब्ब्त की दुकान के पैगाम को आगे बढ़ाओ. इस दौरान उन्होंने अपने और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान की ओर इशारा करते हुए कहा कि मोहब्बत की बात कल भी हो गई और आज भी हम मोहब्बत से जोड़ रहे हैं. पायलट ने कहा कि भाजपा के लोग चिंतित हैं, उन्हें पता नहीं किसे कहां से टिकट दें. सब जानते हैं कि कांग्रेस इस बार एकता और मजबूती से चुनाव लड़ रही है. पायलट ने कहा कि दौसा जिले ने हमेशा से कांग्रेस का ध्यान दिया, तो कांग्रेस पार्टी ने 36 कौम के लोगों को प्यार देकर आगे बढ़ाने का काम किया.
पढ़ें:Rajasthan Election 2023 : सचिन पायलट बोले- पार्टी के खिलाफ अनुशासनहीनता करने वालों के भी मैंने नहीं रोके टिकट
केंद्र सरकार की वजह से लोगों को परेशानी:पायलट ने कहा कि ईआरसीपी को लेकर कहा कि हमारी सरकार ने काम किया है. लेकिन हमारे किसानों,आम लोगों को इसलिए परेशानी उठानी पड़ रही है, क्योंकि केंद्र में मोदी सरकार है. प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री मोदी ने दो बार इस परियोजना को लेकर कहा, लेकिन कांग्रेस की सरकार होने के चलते भेदभाव कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अभी भी अगर इस योजना में आने से किसी गांव की डीपीआर रह गयी है, तो हमारी सरकार वापस बनेगी तो उन व को भी उसमें शामिल करेंगे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनसभा में कहा कि दौसा जिला हमारी प्राथमिकता में है. प्रदेश में 33 से 53 जिले बना दिए हैं. हालांकि इसकी कुछ लोगों ने आलोचना भी की. लेकिन मैं हमेशा दौसा का उदाहरण देता हूं कि जब दौसा जिला बना तो भी लोग ऐसी ही बातें करते थे. जबकि आज दौसा में जबरदस्त विकास हो रहा है. गहलोत ने कहा कि एक और मल्लिकार्जुन खड़गे हैं जो ईस्ट राजस्थान कैनाल परियोजना की बात करते हैं. दूसरी ओर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा हैं जो इस योजना को लेकर एक शब्द भी नहीं बोलते.
पढ़ें:Rajasthan Election 2023 : मुख्यमंत्री पद पर गहलोत के बयान का जवाब, सचिन पायलट बोले- चुनाव बाद कांग्रेस आलाकमान तय करेगा चेहरा
पायलट की हां में गहलोत की भी हां: गहलोत ने कहा कि जिस तरह से सचिन पायलट ने कहा कि सारी बातें और मतभेद भूल कर एक साथ चुनाव लड़ें. वही बात मैं भी कहता हूं क्योंकि हम सबको समझना पड़ेगा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनेगी, तो पूरे देश में मैसेज जाएगा. उन्होंने कहा कि भाजपा अभी घबराई हुई है और सांसदों को टिकट दे रही है. दिल्ली के नेता उनका प्रचार कर रहे हैं, लेकिन सरकार बनने के बाद दिल्ली के नेता आपको दिखाई नहीं देंगे. सरकार के बाद हम ही आपके साथ रहेंगे.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कहते हैं कि कमल का फूल चेहरा है, तो क्या कमाल का फूल सड़क बनाएगा. वह स्वास्थ्य और पानी की योजनाएं देगा. इस दौरान उन्होंने दौसा जिले के चारों कांग्रेस विधायकों परसादी लाल मीणा, ममता भूपेश, मुरारी लाल मीणा और जीआर खटाना के साथ ही निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला को जीताने के लिए जनता से अपील की. इससे साफ संकेत मिलता है कि कांग्रेस पार्टी निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला को भी मैदान में उतरने जा रही है.