जयपुर. पाक सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर कहना है कि जैश-ए-मोहम्मद पाकिस्तान में नहीं है. पाक सेना के प्रवक्ता ने हैरान कर देने वाला ऐसा दावा सीएनएन से एक इंटरव्यू के दौरान किया. इस दौरान पाकिस्तान को उन्होंने पूरी तरह से आतंकियों से मुक्त बताने की पूरी कोशिश की. उन्होंने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद का पाकिस्तान में कोई अस्तित्व नहीं है. संयुक्त राष्ट्र और पाकिस्तान ने भी उस पर रोक लगा रखी है. साथ ही कहा कि किसी के दबाव में कुछ नहीं कर रहे हैं.
गौरलतब है कि पुलवामा हमले को अपनी करतूत बताने का दावा आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने किया है. कुछ ही दिन पहले ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी स्वीकारा था कि इस आतंकी संगठन का प्रमुख यहीं पर है और उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए ठोस सबूत चाहिए.
इंटरव्यू के दौरान इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक मेजर जनरल आसिफ गफूर से सवाल ये भी किया गया कि क्या पुलवामा हमले के बाद दोनों देश युद्ध के कगार पर खड़े हैं. उन्होंने कहा कि युद्ध के करीब थे, क्योंकि भारत ने हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया था, जिसका हमने जवाब दिया. नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर हम आमने सामने थे. दशकों से एलओसी पर सैनिक मौजूद हैं. लेकिन भारत की कार्रवाई और उसके बाद हमारे जवाब के चलते दोनों पक्षों ने सुरक्षा उपाय किए हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि सैनिकों की संख्या बढ़ाई गई है, क्योंकि सैन्य योजना के तहत यह स्वाभाविक है.
बालाकोट हवाई हमले पर भारत के दावे के बारे में पूछे जाने पर गफूर ने कहा कि वहां एक ईंट तक नहीं मिली है और ना ही कोई हताहत हुआ है. भारत के दावे झूठे हैं. गफूर ने कहा कि पाकिस्तान पर दोषारोपण करने के बजाय दुनिया को ऐसे संगठनों से छुटकारा पाने के लिए पाकिस्तान की मदद करनी चाहिए.
पाकिस्तान द्वारा शांति के सद्भावना संकेत के तौर पर अभिनंदन को रिहा करने के बारे में पूछे जाने पर मेजर जनरल गफूर ने कहा कि अब ये भारत पर है कि वो इस शांति की पहल को स्वीकार करे और दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने के लिए आगे आए या अपने एजेंडे को जारी रखे. उन्होंने कहा कि हम महसूस करते हैं कि गेंद अब भारतीय कोर्ट में है. अगर वो इसे भड़काना चाहते हैं तो हालात बदतर हो जाएंगे.
OMG...पाकिस्तान साफ मुकर गया... सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने कहा-पाक में नहीं है जैश-ए-मोहम्मद - जैश-ए-मोहम्मद
आतंकियों का पनाह देकर लगातार भारत को परेशान करने वाले देश पाकिस्तान अब अपने यहां जैश-ए-मोहम्मद की मौजूदगी से ही साफ इंकार कर रहा है.
जाहिर है,14 फरवरी के पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से ही ठंडे चले आ रहे रिश्तों पर और बर्फ जम गई है. पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने आतंक के खिलाफ अभियान चलाते हुए 26 फरवरी को पाकिस्तान के भीतरी इलाके बालाकोट में जैश के प्रशिक्षिण शिविर को निशाना बनाया था. उसके अगले ही दिन पाकिस्तान की वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई की और भारत के एक मिग 21 को गिरा दिया. इसके पायलट विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को अपने कब्जे में ले लिया. पाक ने बीते शुक्रवार को विंग कमांडर को भारत को सौंपा है.
Conclusion: