जयपुर.सरकारी स्कूलों के छात्रों में लर्निंग गैप कम करने के लिए शिक्षा विभाग ने डिजिटल प्लेटफॉर्म को अपनाया है. सरकार का विशेष फोकस 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों पर है, ताकि बोर्ड परीक्षाओं में उनका रिजल्ट बेहतर आए और वो प्राइवेट स्कूलों के छात्रों से कंपटीशन कर सकें. शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के सरकारी स्कूलों में विषय अध्यापक के अवकाश पर होने की स्थिति में छात्रों को कोई नुकसान ना हो, इसके मद्देनजर डिजिटल स्टूडियो के जरिए विशेषज्ञों की लाइव क्लास की व्यवस्था की है.
राजस्थान के सरकारी स्कूलों में 10वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ रहे छात्रों को स्कूल पहुंचने के बाद मायूस ना लौटना पड़े, उनका कोई भी पीरियड जाया ना जाए, इसके मद्देनजर शिक्षा विभाग ने एक अनूठी पहल की है. यदि किसी दिन विद्यालय में कोई अध्यापक अवकाश पर है या फिर अध्यापक पद रिक्त है और उस विषय की पढ़ाई नहीं हो पा रही, तो छात्र को अब परेशान होने की जरूरत नहीं और ना ही जेब ढीली कर ट्यूशन लेने की जरूरत पड़ेगी.
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दरअसल, शिक्षा विभाग ने 10वीं और 12वीं के विषय एक्सपर्ट्स को लाइव जोड़कर छात्रों की समस्या का समाधान करने का फैसला लिया है. बीकानेर के डिजिटल स्टूडियो के जरिए विशेषज्ञ लाइव ऑनलाइन क्लास लेंगे और छात्रों की समस्या का समाधान करने के साथ ही उनका कोर्स पूरा करवाने में भी मदद करेंगे.