जयपुर. शहर में आज यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने आज रिंग रोड का जायजा लियाइस दौरान एनएचएआई ने ये दावा किया. धारीवाल ने रिंग रोड के काम में रेलवे प्रशासन का सहयोग ना मिलने, और बीजेपी सरकार की उदासीनता को रिंग रोड प्रोजेक्ट में देरी होने का कारण बताया.
साथ ही रिंग रोड के काम में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए सीएम की ओर से रेल मंत्री को पत्र भिजवाने की बात कही. लोकसभा चुनाव की आचार संहिता खत्म होने के बाद से यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल राजधानी के तमाम प्रोजेक्ट का जायजा ले रहे हैं. एलिवेटेड रोड, द्रव्यवती नदी के बाद आज यूडीएच मंत्री ने रिंग रोड परियोजना का दौरा किया.
दावा - अगले डेढ़ साल में हो जाएगा रिंग रोड का काम पूरा इस दौरान उन्होंने अजमेर रोड से आगरा रोड तक दक्षिणी कॉरिडोर का दौरा कर एनएचएआई द्वारा किए गए, और चल रहे कार्यों का निरीक्षण किया. एनएचएआई के अधिकारियों ने धारीवाल को विश्वास दिलाया कि रिंग रोड परियोजना के सड़क का काम अगले 6 महीने में पूरा कर लिया जाएगा. वहीं धारीवाल ने अजमेर रोड, टोंक रोड और आगरा रोड पर कनेक्टिविटी के लिए तीन क्लोवरलीफ के निर्माण कार्य के लिए अवाप्त भूमि जेडीए की ओर से एनएचएआई को सौंपे जाने का दावा किया और इस काम में बिना ट्रैफिक को बाधित किए 18 महीने का समय लगने की बात कही.
इसके अलावा उत्तरी कॉरिडोर में जयपुर बांदीकुई और जयपुर सवाई माधोपुर रेलवे लाइन पर बनने वाले फ्लाईओवर में हो रही देरी को लेकर रेलवे प्रशासन से सहयोग नहीं मिलने की बात कहते हुए, सीएम से रेल मंत्री को पत्र भिजवाने की बात कही. यूडीएच मंत्री के दौरे के दौरान यूडीएच प्रमुख शासन सचिव भास्कर ए सावंत, अभियांत्रिकी निदेशक एनसी माथुर और जेडीसी टी रविकांत भी मौजूद रहे. यूडीएच मंत्री के इस दौरे के बाद संभव है कि जिस आधे अधूरे प्रोजेक्ट का बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले उद्घाटन कर दिया था, उसे अब जल्द अंतिम रूप मिलेगा.