डूंगरपुर.ठोस कचरा प्रबंधन की पालना को लेकर नगर परिषद डूंगरपुर और नगर पालिका सागवाड़ा की बैठक जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला की अध्यक्षता में जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय में सोमवार को आयोजित हुई. बैठक में जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने कचरा प्रबंधन करते हुए स्वच्छता बनाए रखने को लेकर नगर परिषद के सहायक अभियंता विकास लेघा से किए जाने वाले कार्यों की जानकारी ली.
इसपर विकास लेघा ने बताया कि डूंगरपुर शहर में 40 वार्ड हैं. सभी वार्डों से नगर परिषद की ओर से 100 फीसदी गीले और सुखे कचरे को लेकर अलग-अलग संग्रहण किया. तब जाकर कचरे को प्रोसेसिंग प्लांट भंडारिया भेजा जाता है. उन्होंने बताया कि गीले कचरे से बॉयोगैस प्लान्ट के माध्यम से खाद्य और बिजली बनाई जा रही है. इसके साथ ही सुखे कचरे को मेटेरियल रिकवरी फेसेलेटी की ओर से रि-साईकलर को बेचा जा रहा है.
यह कार्य इनर्ट वेस्ट का निस्तारण प्रदेश के पहले सेनेट्री लेण्डफील के बारे में बताया गया. बैठक में जिला कलेक्टर ओला ने कचरा निस्तारण की भूमि के बारे में जानकारी ली. इसपर नगर परिषद आयुक्त नरपत सिंह राजपुरोहित ने बताया कि नगर परिषद डूंगरपुर की भूमि 66 बीघा है. साथ ही नगर पालिका सागवाड़ा के अधिशाषी अभियंता ने बताया कि नगर पालिका सागवाड़ा में कचरा निस्तारण के लिए 25 बीघा भूमि आवंटित की गई है.
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साथ ही उन्होंने बताया कि नगर पालिका सागवाड़ा की आवंटित भूमि पर चार दिवारी के निर्माण का कार्य किया जा रहा है. बैठक में जिला कलेक्टर ओला ने नगर परिषद आयुक्त और नगर पालिका के अधिशाषी अभियंता से कोरोना संक्रमण बचाव को लेकर वैक्सीनेशन कराने के निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्होंने डूंगरपुर और सागवाड़ा के वार्डों में पूर्व में किए गए सर्वे की सूचियों के अनुसार वैक्सीनेशन कराने के लिए कर्मचारियों को लक्ष्य देकर मॉनिटरिंग करते हुए वैक्सीनेशन करवाने के निर्देश दिए हैं.