डूंगरपुर.जिले में मानसून की पहली बारिश के बाद ही किसानों ने अपने खेतों में बुवाई पूरी कर ली है.वहीं किसानों ने करीब 1 लाख 53 हजार हेक्टेयर कृषि जोत लिया है. वहीं पहली बारिश के बाद ही 90 प्रतिशत में खेती हो गई,लेकिन इसके बाद बारिश बक दौर थम सा गया है और किसान आसमान की ओर देख रहे है.
डूंगरपुर: 8 हजार मैट्रिक टन खाद की डिमांड के मुकाबले केवल 3 हजार मैट्रिक टन उपलब्ध - राजस्थान
डूंगरपुर में फसल की बुवाई के बाद अब किसानों को खाद की जरूरत रहेगी, लेकिन जिले में अब तक डिमांड के मुताबिक काफी कम खाद ही उपलब्ध है. वहीं कृषि विभाग के अधिकार इसे पर्याप्त बता रहे है.
बुवाई के बाद अब किसानों को फसल के लिए खाद की जरूरत रहेगी.जिले में करीब 8 हजार मैट्रिक टन खाद की डिमांड है, जबकि खाद 3 हजार मैट्रिक टन खाद मौजूद है. इसमें यूरिया खाद की डिमांड ज्यादा है, वहीं जरूरत के अनुसार डीएपी खाद भी उपलब्ध बताया जा रहा है.
वहीं खाद का वितरण जिले में स्थित सहकारी समिति या निजी खाद वितरण केंद्र के माध्यम से की जाएगी. आपको बता दें कि प्रदेश में पहली बाद खाद का वितरण पोस मशीन के माध्यम से किया जा रहा है. जिसका मुख्य उद्देश्य खाद की कालाबाजारी को रोकना है.जिससे कि किसानों को दिया जाने वाला खाद निजी दुकानों पर महंगे दामों पर न बिके.