डूंगरपुर.प्रदेश में पंचायत चुनाव संपन्न हो गए हैं. चार चरणों में इस बार पंचायत चुनाव हुए, जिसका आखिरी चरण शनिवार 5 दिसंबर को था. वोटिंग के बाद से राजनीतिक पार्टियां अपना जिला प्रमुख और प्रधान बनाने के लिए समीकरण बनाने में जुट गई हैं. पार्टियों ने मतगणना से पहले ही अपने उम्मीदवारों की खरीद-फरोख्त के अंदेशे के चलते उनकी बाड़ेबंदी कर दी है. उम्मीदवारों को जीतने के बाद सीधे जिला प्रमुख और प्रधान के चुनाव के समय जाया जाएगा.
पिछले दिनों बांसवाडा के बागीदौरा से विधायक महेन्द्रजीत सिंह मालवीया के खरीद-फरोख्त के बयानों के बाद भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की बाड़ेबंदी कर दी हैं तो वहीं कांग्रेस भी अपने उम्मीदवारों को एक रखने के लिए उन्हें अज्ञात जगह पर ले गई है. पहली बार पंचायत चुनावों में ताल ठोक रही बीटीपी दोनों बड़ी पार्टियों के समीकरण बिगाड़ सकती है. बाड़ेबंदी को लेकर कांग्रेस और भाजपा का कोई भी नेता खुलकर बोलने से बच रहा है.
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पार्टियों की रणनीति है कि 8 दिसंबर को मतगणना के बाद जीते हुए उम्मीदवारों को बाड़ेबंदी में ही रखा जाएगा और उन्हें सीधे जिला प्रमुख और प्रधान की वोटिंग के समय लाया जाएगा. वहीं हारे हुए प्रत्याशियों को नतीजे आने के बाद बाड़ेबंदी से भेज दिया जाएगा.