धौलपुर.मध्य प्रदेश में हुई भारी बारिश का असर धौलपुर जिले में भी देखा जा रहा है. राजस्थान के कोटा बैराज से 19 गेट खोल कर लगभग 7 लाख क्यूसेक पानी रिलीज किया गया है, जो धौलपुर पहुंचने लगा है. बता दें कि धौलपुर चंबल नदी अपने खतरे के निशान 129.79 मीटर से ऊपर पहुंचकर 140.50 मीटर पर बह रही है. 11 मीटर से अधिक खतरे के निशान से चंबल नदी होने पर जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है.
बता दें कि नदी के निचले इलाकों में लगातार निगरानी रखी जा रही है. जिले के सरमथुरा क्षेत्र के करीब छह गांव और राजाखेड़ा क्षेत्र के करीब बारह गांव जलभराव की चपेट में आ चुके हैं. जिसे लेकर रविवार को राजस्थान सरकार के पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने धौलपुर जिले का दौरा किया.
पर्यटन मंत्री ने सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि हालात बेहद जटिल हैं. कोटा बैराज से चंबल नदी में भारी तादाद में पानी छोड़ा गया है. आपातकालीन परिस्थिति से निपटने के लिए एसडीआरएफ और आरएसी की कंपनी धौलपुर पहुंच चुकी है. उसके अलावा सेना को भी बुलाया जा रहा है. मंत्री विश्वेंद्र ने कहा कि अभी नदी का जल स्तर और बढ़ सकता है. चंबल नदी के आसपास और नीचे बसे गांवों के लिए दवाइयां और भोजन की व्यवस्था कराई जाएगी. इसके लिए पल-पल की जानकारी लेने के लिए जिला कलेक्टर नेहा गिरी और एसपी मृदुल कच्छावा से जानकारी ली जा रही है.
उन्होंने कहा कि जिन घरों में और परिवारों में पानी की आवक होगी उन लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाएगा. बाढ़ आपदा से निपटने के लिए सरकार हर प्रकार से गंभीर हैं. मंत्री विश्वेंद्र ने चंबल नदी में बांध बनाने की बात पर कहा कि यह प्रपोजल बनाकर केंद्र सरकार के पास भेज दिया गया है. बजट भाषण में भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसकी चर्चा की थी. यह बड़ा महत्वपूर्ण विषय है कि 4 जिलों का पानी चंबल नदी से व्यर्थ बेकार जा रहा है इसके लिए राजस्थान सरकार तत्परता से काम कर रही है.