धौलपुर.खेतों में उगी हुई फसलों को नील गाय, आवारा सांड और जंगली जानवर फसल को चर जाते हैं और उनको रौंदकर तहस-नहस कर रहे हैं. फसल को बचाने के लिए किसानों ने खेतों पर दिन रात डेरा डालकर बचाने की कोशिश कर रहे हैं. उधर, जिला प्रशासन ने आवारा जानवरों की रोकथाम के कोई भी ठोस इंतजाम नहीं किए हैं.
किसानों ने बताया दो हफ्ते पूर्व हुई बारिश से किसानों ने खरीफ फसल की कड़ी मेहनत से वुबाई की थी. कुछ दिन बाद ही फसल खेतों में अंकुरित होकर बड़ी होने लगी. लेकिन जैसे ही फसल का पौधा खेतों में बड़ा होने लगा तो आवारा जानवरों का हमला फसल पर शुरू हो गया. खेतों में अंकुरित फसल को आवारा जानवर खाकर और पैरों से कुचलकर बर्बाद कर रहे हैं.
खरीफ की फसलों को आवारा जानवर कर रहे नुकसान किसानों ने कहा कि महगें खाद बीज और कीटनाशक डालकर खरीफ फसल की बामनी कर पौधे को अंकुरित किया था. बारिश अच्छी होने से फसल भी खेतों में पूरी तरह से अंकुरित हुई है. अंकुरित फसल के चौतरफा खरपतवार को हटाकर दोबारा खाद डालने की तैयारी की जा रही है. लेकिन आवारा जानवरों ने फसल को बर्बाद करना शुरू कर दिया है.
खेतों की तारबंदी और पत्थरों के टुकड़े लगाकर फसल को जिंदा रखने की कोशिश की जा रही है. लेकिन प्रशासन की तरफ अभी तक कोई भी राहत नहीं दी जा रही है, जिससे किसानों में भारी आक्रोश व्याप्त हैं. उधर, प्रशासन का कहना है कि नगर परिषद शहर में और ग्राम पंचायत ग्रामीण क्षेत्रों में आवारा जानवरों के खिलाफ एक्शन लेना शुरू कर दी है.