धौलपुर.जिले के सनातन धर्म के अनुयायियों और श्रद्धालुओं ने जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल को ज्ञापन प्रेषित किया है. जिसमें केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई स्वदेश दर्शन योजना के तहत शहर के ऐतिहासिक तीर्थराज मचकुंड को कृष्णा सर्किट में शामिल करने की मांग की गई है. श्रद्धालुओं ने ऐतिहासिक तीर्थराज मचकुंड को स्वदेश दर्शन योजना में शामिल करने के लिए सोशल मीडिया पर मुहिम छेड़ी है.
तीर्थराज मचकुंड को स्वदेश दर्शन योजना में शामिल करने को लेकर मुहिम इसके अलावा योजना के तहत सरकार ने ब्रज क्षेत्र के समस्त तीर्थ स्थलों को वरीयता दी है. उधर, धौलपुर जिला भी ब्रज क्षेत्र में ही स्थान रखता है, लेकिन सरकार ने जिले को उपेक्षित किया है. उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण भगवान का धौलपुर जिले से भी द्वापर युग का रिश्ता रहा है. साथ ही कालिया वन नामक राक्षस के वध के लिए धौलपुर के इतिहास तीर्थराज मचकुंड का ही श्री कृष्ण भगवान ने चयन किया था.
कालिया वन की गुफा ऐतिहासिक तीर्थराज मचकुंड के जंगलों में मौजूदा वक्त में भी विराजमान हैं. वहीं, श्री कृष्ण भगवान को रणछोड़ का नाम धौलपुर से ही प्राप्त हुआ है. श्रद्धालुओं ने बताया कि केंद्र सरकार ने स्वदेश दर्शन योजना के तहत जिले के इतिहास तीर्थराज मचकुंड को उपेक्षित किया है. जिससे श्रद्धालुओं में निराशा के साथ आक्रोश भी देखा जा रहा है.
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उन्होंने बताया कि कृष्णा सर्किट में शामिल करने के लिए जिले के अनुयायी और श्रद्धालुओं ने सोशल मीडिया पर भी मुहिम छेड़ी है. जिस मुहिम का समर्थन भारी तादाद में श्रद्धालुओं की ओर से दिया गया है. ज्ञापन के माध्यम से ऐतिहासिक तीर्थराज मचकुंड को स्वदेश दर्शन योजना और कृष्णा सर्किट में शामिल करने की मांग की है. उसके साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार ने गंभीर होकर ऐतिहासिक तीर्थराज मचकुंड को स्वदेश दर्शन योजना में शामिल नहीं किया तो वे आंदोलन करेंगे.