दौसा. जिले में परचून की दुकान की आड़ में दुकानदार सट्टे की खाईवाली चला रहे हैं. जिससे कॉलोनी के वाशिंदों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जिला मुख्यालय पर खटीक मोहल्ले में एक परचून की दुकान के आड़ में सट्टेबाजी की जा रही है.
परचून की दुकान की आड़ में चल रही सट्टे की खाईवाली परचून की दुकान की आड़ में चलाई जा रही सट्टे की खाईवाली को लेकर कॉलोनीवासियों ने कई बार पुलिस को भी जानकारी दी है, लेकिन हालात जस के तस ही हैं. इससे परेशान होकर शुक्रवार को करीब 12 से ज्यादा महिला-पुरुष एकत्रित होकर जिला कलेक्टर के पास शिकायत लेकर पहुंचे. उन्होंने जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी से सट्टेबाजी को बंद कराने की मांग की.
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कॉलोनीवासियों का कहना है, कि दुकान की आड़ में चलाई जा रही सट्टेबाजी में कॉलोनी के दर्जनों लोग लपेटे में आ चुके हैं. कई लोग कर्जे में डूबे हुए हैं तो कई लोग कर्जे की वजह से आत्महत्या तक कर चुके हैं. इसके बावजूद भी सट्टे की दुकान बंद नहीं हुई, लिहाजा रैगर समाज के जिलाध्यक्ष राकेश रैगर के नेतृत्व में लोगों ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
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जिलाध्यक्ष राकेश रैगर ने बताया, कि शहर के खटीकान मोहल्ले में एक परचून की दुकान की आड़ में सट्टे की खाईवाली की जाती है, जिसमें दिनभर लोग सट्टेबाजी करते हैं. इस सट्टेबाजी में कई लोग लाखों रुपए के कर्ज में भी डूब चुके हैं तो कई अपने काम-धंधे से भी बर्बाद हो चुके हैं. कई लोगों ने तो कर्ज में डूबने की वजह से आत्महत्या तक कर ली है. वहां से गुजरने वाले बच्चों पर भी इसका दुष्प्रभाव पड़ रहा है, जिसको लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर सट्टे की खाईवाली को बंद करवाने की मांग की गई है.