चूरू.कुछ दरिंदों ने आपराधिक मामले में गवाह बनने की एक दलित युवक को ऐसी सजा दी, जिसे देखकर आपकी रूह कांप जाएगी. गांव बनड़ा निवासी आरोपी धर्मपाल जाट सहित पांच अन्य लोगों ने युवक को अगवा किया.
चूरू में गवाह बनने वाले युवक को जान से मारने की कोशिश वहीं उसका हाथ-पांव बांधकर लाठियों और धारदार हथियारों से बेरहमी से तब तक पिटाई की, जब तक वह बेहोश नहीं हो गया. बेहोशी की अवस्था में इंसान से हैवान बने दरिंदों ने उसकी जुबान को उखाड़ने के प्रयास किए, ताकि वह कोर्ट में बयान न दे सके.
आरोपियों की दरिंदगी यहीं नहीं रुकी और बेहोश युवक को मरा हुआ समझकर उसे 20 फीट गहरे जोहड़ में फेंक दिया गया. वहीं मंगलवार सुबह ग्रामीणों को युवक बेहोशी की हालत में जोहड़ में मिला, जहां से उसे साहवा सीएचसी लाया गया. प्राथमिक उपचार के बाद उसे तारानगर रेफर कर दिया गया और तारानगर से चूरू के राजकीय भर्तिया अस्पताल रेफर किया गया.
परिजनों ने बताया कि साल 2017 में एक विवाहिता के साथ हुए रेप मामले में घायल युवक और उसके चाचा गवाह हैं. इस मामले में दुष्कर्म का आरोपी धर्मपाल था. साल 2018 के फरवरी माह में धर्मपाल ने जान से मारने की धमकी देते हुए घायल के चाचा को बाइक से टक्कर मारकर मारपीट की थी. मारपीट के मामले में भी घायल युवक गवाह है.
युवक के साथ हुई बेरहमी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस बेरहमी को वह बोलकर बता भी नहीं सकता. जब युवक से बात की गई तो उसने कागज पर पेन से लिखकर अपने साथ हुई बेरहमी को जाहिर किया.