चित्तौड़गढ़. कोरोना वायरस के चलते बंद हुए धार्मिक स्थलों के खुलने का श्रद्धालुओं को और इंतजार करना पड़ सकता है. देश में जिस प्रकार से कोरोना वायरस के मामले सामने आ रहे हैं, इसे देखते हुए फिलहाल सरकार और जिला प्रशासन धार्मिक स्थल खोलने के मूड में नहीं है. मंगलवार को जिला स्तरीय समिति की बैठक हुई. जिला कलेक्टर चेतन देवड़ा की अध्यक्षता में जिला स्तर पर गठित समिति की बैठक मंगलवार को जिला ग्रामीण विकास सभागार में आयोजित हुई. इसमें जिला कलेक्टर ने समिति में जिले के विभिन्न धर्मगुरुओं, ट्रस्ट अध्यक्ष, प्रतिनिधियों से कोविड-19 से बचाव के लिए सुरक्षात्मक उपायों को ध्यान में रखते हुए जनता के लिए किस प्रकार से गतिविधियां रखी जाए इस पर बात की.
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बैठक में उपस्थित सदस्यों से विचार विमर्श कर चित्तौड़गढ़ के धार्मिक स्थलों को 31 जुलाई 2020 तक नहीं खोले जाने का निर्णय लिया गया. बैठक में श्री सांवलियाजी मंदिर मंडल के अध्यक्ष कन्हैया दास वैष्णव ने कहा कि हमने मंदिर में कोरोना बचाव को लेकर सारे प्रबंध किए हैं. श्रद्धालु दूर-दूर रहें इसके लिए गोले भी बनाए हैं. वहीं सैनिटाइज की व्यवस्था भी की है. जो श्रद्धालु मास्क लगा कर नहीं आएंगे उन्हें भी मास्क निशुल्क उपलब्ध करवा दिए जाएंगे.
जिला कलेक्टर चेतनराम देवड़ा ने कहा कि सभी जगह से फिलहाल यही बातें सामने आ रही है कि आने वाले दिनों में कोरोना संक्रमण के केस और बढ़ेंगे. वर्तमान में ही बड़ी संख्या में संक्रमित सामने आ रहे हैं. ऐसे में फिलहाल धार्मिक स्थलों को खोलना उचित नहीं होगा. बैठक में पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सरिता सिंह, कपासन विधायक अर्जुनलाल जीनगर, विधायक ललित ओस्तवाल सहित समस्त धर्मों के धार्मिक गुरु एवं प्रमुख धार्मिकस्थलों तथा ट्रस्टों के अध्यक्ष, व्यवस्थापक और सचिव उपस्थित रहे.