चित्तौड़गढ़.गर्मी के साथ चित्तौड़गढ़ में सर्दी का असर भी किसी से छुपा नहीं है. पिछले कई दिनों से हाड़कंपाती सर्दी ने जनजीवन को झकझोर दिया है. ऐसे में आस-पास से आने वाले श्रमिकों तथा बाहर से आने वाले लोगों को नगर परिषद के रैन बसेरे राहत दे रहे हैं. हालांकि ये अस्थाई व्यवस्था है, लेकिन यहां लोगों को ना केवल सोने के लिए बिस्तर उपलब्ध कराए जा रहे हैं, बल्कि पीने के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की जा रही है. ऐसे में जरूरतमंदों के लिए यह रैन बसेरे खासे उपयोगी साबित हो रहे हैं. इनकी उपयोगिता का अंदाजा यहां आने वाले लोगों की संख्या से लगाया जा सकता है. इस भयंकर सर्दी में प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं.
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नगर परिषद ने नवंबर में ही रैन बसेरा खोल दिया था. रोडवेज बस स्टैंड, पन्नाधाय बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन के साथ-साथ चंदेरिया में भी रेन बसों की व्यवस्था की गई. इनमें सबसे अधिक रोडवेज बस स्टैंड रेन बसेरा राहत देता दिखाई दे रहा है. कनेक्टिविटी के लिहाज से श्रमिकों से लेकर जरूरी कामकाज से आने वाले गरीब वर्ग के लोगों के लिए सबसे अधिक राहत भरा साबित हो रहा है. रोडवेज स्टैंड पर ही इंदिरा रसोई योजना की भोजनशाला भी संचालित है. ऐसे में सस्ते में भोजन के साथ लोगों को सोने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ता और पास ही ये सुविधा उपलब्ध हो जाती है. रेन बसेरा के आंकड़े बताते हैं कि यहां प्रतिदिन 50 से लेकर 60 लोग पहुंच रहे हैं, जिनमें 10 से लेकर 15 महिलाएं भी शामिल है.