चित्तौड़गढ़. जिले में नगर परिषद की ओर से मंगलवार को कीरखेड़ा और भोईखेड़ा क्षेत्र में अतिक्रमण हटाए गए. अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान विरोध का सामना भी करना पड़ा. इस दौरान एक महिला विरोध करते हुए अतिक्रमण क्षेत्र में जाकर खड़ी हो गई. उसे हटाने के दौरान धक्का-मुक्की भी हुई. बड़ी मशक्कत के बाद महिला को अतिक्रमण स्थल से हटाया जा सका. इसके बाद जेसीबी के माध्यम से अतिक्रमण ढहा दिया गया.
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अतिक्रमण हटाने के दौरान नगर परिषद की टीम पुलिस जाब्ता भी साथ लेकर मौके पर पहुंची थी. भोईखेड़ा में बड़ी संख्या में नगर परिषद की जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत थी. ऐसे में इन अतिक्रमण को चिन्हित कर नगर परिषद ने जेसीबी के माध्यम से हटाना शुरू कर दिया. नगर परिषद के अतिक्रमण निरोधक दल के प्रभारी मुकेश मोहिल सहित पूरी टीम कार्रवाई के लिए पहुंची थी. साथ ही पुलिस लाइन से जाब्ता भी मंगवा लिया गया था. वहीं, नगर परिषद के निजी सुरक्षा गार्ड भी साथ थे. चित्तौड़गढ़ नगर परिषद ने यहां करीब 20 अतिक्रमण हटाए, जिनमें कब्जा करने के उद्देश्य से चार दीवारी बना ली गई थी.
चित्तौड़गढ़ में नगर परिषद ने विरोध के बीच हटाया अतिक्रमण भोईखेड़ा चिकित्सालय के पास एक अतिक्रमण था, जिसे बाड़ा बना दिया गया था. इस अतिक्रमण को भी जेसीबी की सहायता से हटाया गया. इस कार्रवाई के दौरान एक महिला विरोध करते हुए अपने कब्जे में किए गए बाड़े में जाकर खड़ी हो गई. उसनेअतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का विरोध किया और जेसीबी को नहीं चलने दिया. बाद में नगर परिषद के निजी सुरक्षा गार्ड और महिला पुलिसकर्मियों ने उसे अतिक्रमण स्थल से हटाने का प्रयास किया. इस दौरान काफी देर तक इनमें धक्का-मुक्की चलती रही. सुरक्षा जाब्ते ने जबरन इस महिला को मौके से हटाया और अतिक्रमण ढहाया. अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए और उन्होंने भेदभाव करने का भी आरोप लगाया. एक व्यक्ति का कहना था कि नगर परिषद की ओर से सभी अतिक्रमण नहीं हटाए गए हैं. लोगों ने एक-एक बीघा में बड़े बाड़े बनाकर अतिक्रमण कर लिया, लेकिन उन पर जेसीबी नहीं चलाई गई है. इस संबंध में उच्च अधिकारियों को शिकायत की जाएगी.
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वहीं, नगर परिषद के अतिक्रमण निरोधक दल के प्रभारी मुकेश मोहिल का कहना है कि उच्च अधिकारियों के निर्देश पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जा रही है. मौके से करीब 20 अतिक्रमण हटाए गए हैं. ये काफी समय पहले चिन्हित किए गए थे. वहीं, भोईखेड़ा चिकित्सालय के पास अतिक्रमण की शिकायत तो मुख्यमंत्री संपर्क पोर्टल पर भी की गई है. ऐसे में इन सभी अतिक्रमण को जेसीबी की सहायता से हटा दिया गया है. उच्च अधिकारियों के निर्देश पर आगे भी अभियान जारी रहेगा.