चित्तौड़गढ़.शहर में आपराधिक वारदातों को अंजाम देने वालों की अब खैर नहीं. प्रदेश के आधा दर्जन जिलों में सरकार नवाचार करने जा रही है, जिनमें चित्तौड़गढ़ भी शामिल है. अमूमन देखा गया है कि किसी भी अपराध के बाद पुलिस मौके पर पहुंचती है. पुलिस अंधेरे में तीर के अलावा अपने सोर्स का भी इस्तेमाल करती है. लेकिन अधिकांश वारदातों में समय पर आरोपियों की पहचान नहीं कर पाती.
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राज्य सरकार ने चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय पर अभय कमांड सेंटर स्थापित किया है. इसके अंतर्गत शहर के सभी प्रमुख मार्गों और चौराहों को सीसीटीवी से लैस करने का काम चल रहा है. अब पुलिस रात को घूमने वाले संदिग्ध व्यक्तियों को वारदात को अंजाम देने से पहले ही पकड़ पाएगी. पुलिस शहर के विभिन्न इलाकों को सीसीटीवी कैमरों के दायरे में लेने जा रही है. प्रथम चरण में 90 में से 89 कैमरे उदयपुर रोड से लेकर कपासन चौराहे तक लगाए जाएंगे. वहीं बस्ती रोड से शहर में प्रवेश करने वाले चौराहे इसके दायरे में आएंगे. 3 चरणों में चित्तौड़गढ़ नगर परिषद क्षेत्र में 353 पोल पर 867 हाई टेक्नोलॉजी से लैस सीसीटीवी लगेंगे.