लोकसभा क्षेत्र में भीलवाड़ा के हिसाब से 8 विधानसभा सीट हैं. इनमें से तीन कांग्रेस व पांच भाजपा के पास है. भाजपा ने आसींद, भीलवाड़ा, मांडलगढ़, शाहपुरा और जहाजपुर में विधानसभा चुनाव की जीत हासिल की. वहीं कांग्रेस ने सहाड़ा, मांडल व हिंडोली सीट है.
भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में 19 लाख 57 हजार 844 मतदाता है. वर्तमान सांसद सुभाष बहेरिया के अगर बात करें तो जनता के बीच साफ छवि बनी हुई है. जिसके आधार पर जनता उनको दोबारा मौका देना चाह रही है. वहीं सांसद ने अब तक अपने फंड का चिकित्सा, शिक्षा व ग्रामीण विकास में खर्च किया है.
भीलवाड़ा से भाजपा के सांसद सुभाष बहेडिया जीत के बाद जिले में शिक्षा, चिकित्सा एवं ग्रामीण विकास क्षेत्र में अपना फंड खर्च किया. सुभाष बहेडिया उद्योगपति होते हुए जनता से सरल स्वभाव के कारण आसानी से मिल जाते हैं. सांसद प्रतिदिन घर पर मिलते हैं वहां से शहर में बाइक पर घूमते हैं. हर जगह आसानी से मिलने के कारण लोगों के मन में जगह बनाई हुई है.
कुछ लोगों का कहना है कि सांसद भीलवाड़ा के पूर्व सांसद सीपी जोशी द्वारा जो विकास कराया उन्हीं को ही अपना बता रहे हैं. लेकिन उन्होंने इतना विकास नहीं करवाया. जबकि कुछ शहरवासियों का कहना है कि भीलवाड़ा में वस्त्र उद्योग, रेलवे व किसानों की समस्या, पेयजल, मेडिकल कॉलेज सहित तमाम मुद्दों पर सुभाष बहेडिया में भूमिका निभाई है. वहीं प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद जो भी धरने प्रदर्शन हुए हैं. उसमें मुख्य भूमिका निभाते हुए कार्य किया है.
सांसद फंड से कितना किया खर्च
- वर्ष 2014-2015 - कुल स्वीकृत रूपये 15.85 लाख
- वर्ष 2015-2016-कुल स्वीकृत रूपये 369.43 लाख
- वर्ष 2016-2017-कुल स्वीकृत रूपये 460.64 लाख
- वर्ष 2017-2018-कुल स्वीकृत रूपये 621.27 लाख
- वर्ष 2018-2019-कुल स्वीकृत रूपये 979.44 लाख
भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र मे सांसद के 25 करोड फंड में 2444.63 लाख रूपये खर्च हुए. जिसमें 703 जगह चिकित्सा, शिक्षा व पेयजल व ग्रामीण विकास के क्षेत्र मे खर्च किए. भीलवाड़ा सांसद सुभाष बहेडिया ने जिले में अब तक सारा फंड खर्च कर दिया है. जिसमें श्मशान, स्कूल में फर्नीचर,सार्वजनिक स्थान पर विश्रांति गृह, विकलांग व्यक्तियों को ट्राई मोटरसाइकिल, शहर में कम्युनिटी हॉल, जिले में सीसी रोड ,स्कूल में शौचालय, स्कूलों में लैब, प्रार्थना स्थल, नाला निर्माण, शमशान मे टिनशेड, सार्वजनिक कुएं इन सभी फंड में पैसे खर्च किए.
जिले में बड़ी योजना जो लेकर आए
भीलवाड़ा सांसद द्वारा भीलवाड़ा जिले में पेयजल की महत्वपूर्ण योजना चंबल को जिले में ग्रामीण धरातल तक पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए बेहतर काम किया. वहीं वस्त्र उद्योग को बढ़ावा देने के लिए वस्त्र उद्यमियों की हर बात संसद में उठाई गई. रेलवे स्टेशन का नवीनीकरण, अफीम के पट्टे को लेकर अफीम काश्तकारों के मुद्दे संसद में उठाए गए. भीलवाड़ा में मेडिकल कॉलेज, भीलवाड़ा शहर में सीवरेज का पानी शहीत तमाम बड़ी योजना जिले में धरातल पर साकार करवाई.
मानवीय चेहरा भी नजर आया
भीलवाड़ा सांसद का मानवीय पहलू यह है कि हर कोई गरीब के घर में भी आसानी से पहुंच जाते हैं और साथ ही जो भी समस्या होती है उनका निवारण करवाते हैं. सांसद उद्योगपति होते हुए भी शहर में बाइक पर प्रतिदिन चक्कर लगाते हैं और जहां भी शहरवासियों को समस्या होती है उनका निदान करवाया जाता है.
राष्ट्रीय स्तर पर है पहचान
वह राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा के पुराने राजनेता होने के साथ ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में महत्वपूर्ण पकड़ होने के कारण इनकी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान है
सदन में रहे काफी सक्रिय
सांसद सुभाष बहेडिया 5 साल के सदन की कार्यवाही के दौरान मात्र 10 दिन ही अनुपस्थित रहे.
कितने नंबर देंगे आपभीलवाड़ा के किराना व्यवसाई विनोद कुमार शर्मा ने कहा कि भीलवाड़ा के सांसद हर आंदोलन में भाग लेते हैं और उनका फलित शिक्षा चिकित्सा के क्षेत्र में किसानों के लिए खर्च किया जाता है वह मिलनसार व्यक्ति है हर जगह आसानी से उपलब्ध रहते हैं.वहीं कांग्रेस नेता छितरमल सेन ने कहा कि सांसद का कार्यकाल 5 साल बिल्कुल नगण्य रहा. पूर्व सांसद सीपी जोशी की योजना को धरातल पर नहीं चला पाए. साथ ही उन्होंने यह भी माना कि मिलनसार व्यक्ति जरूर है और हर जगह आसानी से मिल जाते हैं लेकिन विकास के नाम पर जीरो हैं.वहीं जिले के काश्तकार हेमराज ने कहा कि सांसद बहुत अच्छे आदमी हैं. जिले में आसानी से मिल जाते हैं और किसानों की समस्या को जिले में उठाया है और अफीम की समस्या का भी समाधान करवाया है.
फाइनल रिपोर्ट- 6/10