बूंदी. देश में पहली बार पेपरलेस आर्थिक जनगणना 8 जून को मोबाइल एप से शुरू होने जा रही है. जनगणना का कार्य केंद्रीय सांख्यिकी मंत्रालय ने कॉमन सर्विस सेंटर यानि सीएससी को सौंपा गया है. इसके तहत सीएससी सेंटर से जुड़े सुपरवाइजर आर्थिक आधार पर मोबाइल एप से जनगणना करेंगे. सबसे खास बात यह है कि इसमें गणना कार्य करने वाला व्यक्ति संबंधित इलाके से होगा. ताकि इलाके के बारे में जानकारी होने पर अच्छे से गणना को संपन्न कर सके. इसको लेकर विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है.
देश में पहली बार होगी पेपरलेस जनगणना, 8 जून से मोबाइल एप के द्वारा जुटाए जाएंगे आंकड़े - मोबाइल एप के द्वारा
देश में पहली बार पेपरलेस आर्थिक जनगणना 8 जून को मोबाइल एप से शुरू होने जा रही है. जनगणना का कार्य केंद्रीय सांख्यिकी मंत्रालय ने कॉमन सर्विस सेंटर यानि सीएससी को सौंपा गया है.
बूंदी जिले की 184 ग्राम पंचायतों में 550 सीएससी केंद्र स्थापित है. शहर में 200 सेंटर व ग्रामीण इलाके में 350 सेंटर स्थापित किए गए हैं. हर सेंटर में 5 से 10 गणनाकार लगाए गए हैं. जिनके माध्यम से आर्थिक गणना की जा रही है. सीएससी ई गवर्नेंस के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि सभी तैयारियां पूरी कर ली है. इसके लिए गांव में 5, शहरी क्षेत्रों में 10 और अर्द्ध शहरी क्षेत्रों में 7 गणनाकार लगाए जाएंगे.
पहले आर्थिक जनगणना का कार्य सरकारी अधिकारियों के द्वारा करवाया जाता था. लेकिन इस बार केंद्र सरकार ने सीएससी ई गवर्नेंस को यह काम सौंपा है. यह सारा कार्य ऑनलाइन मोबाइल पर होगा. इस गणना के माध्यम से मुख्य आंकड़े जुटाकर लोगों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति का पता लगाया जाएगा और इसके आधार पर ही भविष्य में आर्थिक योजना तैयार की जाएगी.