बूंदी. पाकिस्तान की जेल में पिछले 5 साल से बंद जुगराज भील की भारत में वापसी हो गई है. रामपुरिया निवासी जुगराज पाकिस्तान की जेल से वाघा बॉर्डर क्रॉस कर गया है. जुगराज को घर लाने उनके परिजन अमृतसर रवाना हो चुके हैं.
पाकिस्तान की जेल में बंद बूंदी के जुगराज की भारत वापसी दरअसल, जुगराज बूंदी जिले के रामपुरिया क्षेत्र का रहने वाला है. उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. उसके माता-पिता भेरूलाल और पाना बाई दोनों मजदूरी करते हैं. चार साल बाद उसे जुगराज के पिता को पाकिस्तान की जेल में बंद होने की जानकारी मिली थी. आर्थिक तंगी के चलते जुगराज के पिता बेटे को पाकिस्तान की जेल से रिहा कराने के लिए पैरवी भी नहीं कर पा रहा था. जिसके चलते सरकार पर ही उनकी आस टिकी हुई थी. जिसे अब विदेश मंत्रालय ने पूरी कर दी है.
परिजनों के अनुसार जुगराज मानसिक रोगी है. परिवार ने उसका काफी इलाज करवाया. इलाज में खर्च के चलते डेढ़ बीघा घर की जमीन तक बिक गई. लेकिन वह ठीक नहीं हो सका. इस दौरान परिवार आर्थिक तंगी से गुजरने लगा. घर चलाने के लिए मां पाना बाई मनरेगा में कार्य करती है. वहीं पिता भेरूलाल भील पत्थर मजदूरी करता है. दोनों एक झोपडी में रहते हैं. जुगराज 7 भाई बहन हैं.
परिजनों को अमृतसर आने के लिए सूचित कर दिया है. अभी जुगराज को अमृतसर के रेडक्रॉस ऑफिस में रखा गया है. फिलहाल उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं है. वह चुपचाप गुमसुम बैठा है. वहीं इस पूरे मामले से भारतीय दूतावास और बूंदी प्रशासन को पूरे मामले से अवगत करा दिया गया है.
गुरुवार को वाघा बॉर्डर पहुंचे जुगराज भील को लाने उसके परिजनों से साथ 5 युवा समाजसेवी पंजाब के लिए रवाना हो चुके हैं. इससे पहले सभी ने कलेक्ट्रेट स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया. जुगराज को लाने युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव चर्मेश शर्मा, जुगराज के भाई बाबूलाल भील, तालेड़ा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जगरूप सिंह रंधावा और जाखमुंड सरपंच हंसराज बंजारा पंजाब जा रहे हैं.